नई दिल्ली: देश में पिछले छह सालों में दालों के उत्पादन में तेजी से वृद्धि आई है। हम कुछ दालों का निर्यात और आयात भी कर रहे हैं। हमें केवल मसूर और अरहर की दालों में कमी है। इसके अलावा हम अन्य दालों के मामले में आत्मनिर्भरता के बहुत करीब हैं। रविवार को नई दिल्ली में नीति आयोग की सातवीं बैठक के बाद नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने यह बात कही।
Data for the last 5-6 years show swift progress in the increase in the output of pulses. We're also exporting & importing some pulses. We're deficit only in Masoor & Arhar pulses. We're very close to self-sufficiency in the case of other pulses: Ramesh Chand, NITI Aayog pic.twitter.com/J0RpqqzE4v
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) August 7, 2022
आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कृषि विविधीकरण के महत्व को व्यक्त किया और खाद्य तेलों में विशेष रूप से आत्मनिर्भर होने की आवश्यकता जताई है। वह बोले की हम आयात से खाद्य तेल की अपनी कुल मांग का लगभग आधा हिस्सा पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में सभी राज्यों का सहयोग मिला।
परिवर्तनकारी होगा
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी पर कहा कि इस पर सभी राज्यों में मजबूत सहमति है। उन्होंने कहा कि बैठक में लगभग सभी मुख्यमंत्रियों ने एक के बाद एक इस संबंध में अपने द्वारा उठाए गए कदमों की बात की। एनईपी पर विभिन्न राज्यों में कई प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं। जो आने वाले समय में वास्तव में परिवर्तनकारी होगा।