Twitter का इस्तेमाल भारत सहित दुनयाभर के लोग करते हैं। एलन मस्क इसे टेकओवर करने के बाद लगातार बदलाव कर रहे हैं। हाल ही में ट्विटर का नाम बदलकर मेटा किया गया था, इसके साथ ही लोगो (Logo) को भी हटा दिया गया है। इसके बाद कई यूजर्स नाम बदलने की आलोचना कर रहे थे। अब कंपनी ने प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव करने का निर्णय लिया है। एक्स कंपनी के लिए ये काफी बड़ा फैसला हो सकता है। दरअसल कई ऐसे यूजर्स हैं जो नाम बदलकर ट्विटर चलाते हैं। नए फैसले से कई लोग प्रभावित हो सकते हैं। जानें क्या है ट्विटर कि नई प्रइवेसी पॉलिसी और किस तरह लोगों को इससे फायदा होगा।
यूजर्स का बायोमेट्रिक डाटा एकत्रित करेगा एक्स (पूर्व में ट्विटर)
नई प्रइवेसी पॉलिसी के अनुसार अब ट्विटर यूजर्स का बायोमेट्रिक डाटा एकत्रित करेगा। इनमें केवल फिंगरप्रिंट ही नहीं बल्कि सभी जानकारी शामिल हैं जो यूजर्स अकाउंट बनाते समय देते हैं। इसके साथ ही नई पॉलिसी के अनुसार आधार कार्ड, नौकरी, शिक्षा, इतिहास और पोस्ट की जानकरी भी एकत्रित की जा सकती है। इससे यूजर्स और कंपनी दोनों को ही लाभ हो सकता है।
यह भी पढ़ें: Facebook यूजर्स को लग सकता है झटका, शुरू होने वाली है पेड सर्विस; डिटेल्स में जानें
इस दिन से प्रभावी होने वाली है नई पॉलिसी
कंपनी की ओर सा जानकारी देते हुए कहा गया है कि ,” नई पॉलिसी को 29 सितंबर से प्रभाव में लाने की तैयारी है। इसके अनुसार यूजर्स से सहमति लेने के बाद ही बायोमेट्रिक जानकारी एकत्रित की जाएगी। इसका इस्तेमाल यूजर्स की सेफ्टी, सिक्योरिटी, आइडेंटिफिकेशन के लिए की जाएगी।”
फेक आईडी पर लग सकता है लगाम
इस नई प्राइवेसी पॉलिसी से फेक आईडी पर लगाम लगाने की बातें कही जा रही है। इससे कोई भी आपका आईडी हैक नहीं कर पाएगा। आपको बताते चलें कि प्रीमियम यूजर्स पहले से ही इस पॉलिसी के तहत सरकारी पहचान देकर अपनी आईडी को सिक्योर कर रहे हैं। लेकिन अब सामान्य यूजर्स भी जल्दी ही इसका फायदा उठा सकेंगे।