Online Frauds: भारत में 2023 में साइबर क्राइम के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। पिछले तीन वर्षों में देश में लाखों की संख्या में साइबर क्राइम की घटनाएं दर्ज की गई हैं। साइबर क्राइम बड़े पैमाने पर सभी व्यक्तियों और समाज को प्रभावित करता है। जहां एक तरफ नई तकनीकों ने हमारे जीवन के कई पहलुओं जैसे सामाजिक मेलजोल से लेकर बैंकिंग, शॉपिंग और बहुत से कार्यों को आसान बनाया है, वहीं इंटरनेट पर हमारी बढ़ती निर्भरता ने अधिक जोखिम भी पैदा कर दिए हैं और आपराधिक गतिविधियों के लिए नए रास्ते खोल दिए हैं।
मुंबई पुलिस साइबर क्राइम सेल के अनुसार, ऑनलाइन धोखाधड़ी का सबसे आम रूप बैंकों से संबंधित है, जहां जालसाज, खुद को बैंक अधिकारी बताकर, पीड़ित को ओटीपी, केवाईसी अपडेट साझा करने के लिए मनाते हैं और कभी-कभी बैंक खातों तक पहुंचने के लिए क्लिक करने के लिए लिंक भेजते हैं। वहीं आज हम आपको ऐसे ही कुछ ऑनलाइन फ्रॉड्स के बारे में बताएंगे।
टेक्निकल सपोर्ट
आजकल सबसे ज्यादा टेक्निकल सपोर्ट के जरिए ही धोखाधड़ी के मामलों को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसे लोग आपसे फोन या ईमेल के जरिए आपसे संपर्क करते हैं और दावा कर सकते हैं कि आपके कंप्यूटर में किसी प्रकार की समस्या है।
फिर जालसाज समस्या को ठीक करने के लिए आपके डिवाइस तक रिमोट एक्सेस मांगेगा। ऐसा करने पर, वे आपकी व्यक्तिगत जानकारी और फाइनेंसियल क्रेडिट चुरा सकते हैं। वे आपसे इस सर्विस के लिए कुछ शुल्क भी ले सकते हैं।
बैंक का कर्मचारी बन कर
दूसरा सबसे ज्यादा फ्रॉड करने का तरीका है बैंक का कोई कर्मचारी बन कर आपसे बात करना। एक अनजान नंबर से आपको एक कॉल आएगा और वह आपसे कहेगा की आपका बैंक अकाउंट या डेबिट कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है, अगर आप इसे फिर से जारी रखना चाहते हैं तो कुछ डिटेल्स आपको शेयर करना होगा। जैसे ही आप अपनी डिटेल्स शेयर करते हैं तो जालसाज आपका अकाउंट खाली कर देते हैं।
बिजनेस ईमेल के जरिए
बिजनेस ईमेल में, जालसाज खुद को किसी कंपनी का सीईओ या सीएफओ बता कर आपसे ईमेल के जरिए बात करता है और आपके खाते में फंड्स ट्रांसफर करने के लिए कह सकता है। जैसे ही आप जालसाज के साथ अपनी अकाउंट डिटेल्स शेयर करते हैं वे तुरंत आपका अकाउंट खाली कर देते हैं।
चालान के जरिए
इस प्रकार के धोखाधड़ी के मामलों में, जालसाज एक सप्लायर या सेलर के रूप में सामने आएगा और आपको एक इनवॉइस पेमेंट रिक्वेस्ट भेजेगा। पीड़ित को यह एहसास भी नहीं होगा कि यह एक नकली चालान है और जैसे ही आप इसका भुगतान करेंगे तो जालसाज आपका अकाउंट खाली कर देता है।
निवेश के नाम पर ठगी
इस प्रकार के घोटालों में धोखेबाज पीड़ितों को कम जोखिम के साथ हाई रिटर्न का वादा करके उन्हें निवेश करने के लिए कहते हैं। जैसे ही आप ऐसे किसी इन्वेस्ट के लिए राजी हो जाते हैं, तो जालसाज आपके पैसे लेकर गायब हो जाते हैं।
अगर हो गए शिकार तो तुरंत करें ये काम
वहीं अगर आप भी ऐसे किसी स्कैम का शिकार हो जाएं तो तुरंत साइबर क्राइम के पोर्टल पर जाकर इसकी शिकायत करें। इसके लिए आपको कुछ स्टेप्स को फॉलो करना होगा आइये जानते हैं।
- अपना वेब ब्राउज़र खोलें और पोर्टल के वेबपेज https://cybercrime.gov.in पर जाएं।
- होमपेज पर ‘File a Complaint’ पर क्लिक करें।
- इसके बाद नियम और शर्तें पढ़ें और एक्सेप्ट करें।
- ‘अन्य साइबर अपराध की रिपोर्ट करें’ बटन पर क्लिक करें।
- ‘सिटीजन लॉगिन’ विकल्प चुनें और नाम, ईमेल और फोन नंबर सहित अपनी डिटेल्स दर्ज करें।
- अपने फोन नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करें, कैप्चा भरें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- अगले पृष्ठ पर, उस साइबर अपराध के बारे में डिटेल्स दर्ज करें जिसकी आप रिपोर्ट करना चाहते हैं।
- जानकारी को चुनने के बाद ‘सबमिट’ बटन पर क्लिक करें।
- एक बार जब आप विवरण दर्ज कर लें, तो ‘सेव एंड नेक्स्ट’ पर क्लिक करें।
- यदि उपलब्ध हो तो अगले पेज पर संदिग्ध के बारे में जानकारी जरूर दें।
- जानकारी वेरिफिएड करें और ‘सबमिट’ बटन पर क्लिक करें।
- आपको एक संदेश प्राप्त होगा कि आपकी शिकायत दर्ज कर ली गई है, साथ ही एक ईमेल जिसमें शिकायत आईडी और अन्य डिटेल्स दी जाएंगी।