IP Rating Meaning in Smartphone: आजकल जब भी हम मार्केट में या ऑनलाइन कोई नया फोन लेने जाते हैं, तो अक्सर उसके एड्स में डिवाइस के वाटरप्रूफ या डस्टप्रूफ होने का दावा किया जाता है, लेकिन क्या सच में फोन पूरी तरह सुरक्षित होते हैं? तो आपको बता दें इसे समझने के लिए IP रेटिंग पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। IP रेटिंग का मतलब होता है Ingress Protection यानी धूल और पानी जैसी बाहरी चीजों से आपके फोन की सुरक्षा। आइए पहले जानें IP रेटिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
IP रेटिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
IP रेटिंग में दो अंक होते हैं, जो डस्ट एंड वाटर से प्रोटेक्शन का लेवल बताते है: IP 69
- पहला अंक: प्रोटेक्शन अगेंस्ट डस्ट को दिखाता है जिसका मैक्सिमम लेवल 6 है, जिसका मतलब है कि डिवाइस पूरी तरह से डस्टप्रूफ है।
- दूसरा अंक: प्रोटेक्शन अगेंस्ट वाटर को दिखाता है जिसका मैक्सिमम लेवल 9 तक पहुंच गया है, जिसका मतलब है कि डिवाइस पानी में काफी टाइम तक सुरक्षित रह सकता है। हाल ही में ये IP रेटिंग चीन में लॉन्च हुए OnePlus 13 में देखने को मिल रही है, जो iPhone की नई 16 सीरीज में भी नहीं है।
तो क्या सच में आपका फोन वाटरप्रूफ है?
IP रेटिंग का मतलब ये नहीं होता कि फोन को आप लंबे समय तक पानी में डुबो कर रख सकते हैं। यह सिर्फ जनरल कंडीशंस में सुरक्षा करता है, जैसे हल्की बारिश, छींटे, या गलती से पानी में गिरना। चलिए इसे उदाहरण से समझते हैं…
- IP69 रेटिंग: इसे पानी और धूल से सबसे ज्यादा सुरक्षा मानी जाती है, लेकिन इसे लंबे समय तक पानी में रखना सेफ नहीं है।
- IP68 रेटिंग: इसे भी पानी और धूल से सबसे ज्यादा सुरक्षा रेटिंग माना जाता है, लेकिन इसे लंबे समय तक पानी में रखना सेफ नहीं होता।
- IP67 रेटिंग: फोन को 1 मीटर गहरे पानी में 30 मिनट तक सुरक्षित रख सकती है।
- IPX4 रेटिंग: यह सिर्फ पानी के छींटों से सुरक्षित रखती है, लेकिन डूबने पर यह सुरक्षा नहीं देगा।
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IP रेटिंग क्यों है जरूरी?
IP रेटिंग आपको इस बात का भरोसा देती है कि आपका फोन पानी में कितना सेफ रहेगा। यानी इससे आप समझ सकते हैं कि आपका फोन रियल में धूल और पानी से कितना सुरक्षित है। इसलिए, अगर आपका फोन IP68 या IP67 रेटिंग के साथ आता है, तो आप इसे नॉर्मल कंडीशन में पानी या धूल से सुरक्षित मान सकते हैं। लेकिन “वाटरप्रूफ” समझकर इसे लंबे समय तक पानी में रखना नुकसानदेह हो सकता है।