Effects of Video Games on Children: आज बच्चों से लेकर युवाओं तक, स्मार्टफोन या लैपटॉप में कोई गेम न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। पिछले कुछ वर्षों में तेजी से ऑनलाइन गेम्स की पॉपुलैरिटी बढ़ी है। कुछ शानदार गेम्स तो स्मार्टफोन्स और कंप्यूटर पर फ्री में उपलब्ध हैं। आप में से बहुत से लोग रोजाना इन्हें खेलते भी होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि भले ही ये गेम्स एंटरटेन करती हों, लेकिन बच्चों के लिए एक बड़ा खतरा भी बन सकती हैं।
वहीं बात जब ऐसी गेम्स कि हो रही हो तो हम Blue Whale Game को कैसे भूल सकते हैं जिसने कई मासूम बच्चों की जान ली। जी हां, इस मामले में माता-पिता को बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। मार्केट में कई ऐसी गेम्स मौजूद हैं, जो बच्चों पर नेगेटिव इफ़ेक्ट डालकर उन्हें मुश्किल में डाल सकती हैं। चलिए इन गेम्स के बारे में जानते हैं।
माइनक्राफ्ट
माइनक्राफ्ट ये गेम आज इतनी पॉपुलर हो चुकी है कि आपको हर कोई इसकी तारीफ करता दिख जाएगा। बच्चों से लेकर युवाओं तक सभी के बीच ये गेम काफी फेमस है। हालांकि, गेम में इन-ऐप परचेज और अनजान व्यक्ति के साथ खेलने का भी ऑप्शन मिलता है जो खतरा पैदा कर सकता है।
वीडियो से भी जानें How video games affect behavior?
फोर्टनाइट
PUBG के साथ अगर कोई गेम सबसे ज्यादा पॉपुलर हुई है तो वह फोर्टनाइट है। हालांकि, इस Survival Action Game में हर मोड़ पर हिंसा देखने को मिल जाएगी, जो बच्चों के दिमाग पर नेगेटिव इफ़ेक्ट डाल सकती है। इसलिए जितना हो सके अपने बच्चों को इस गेम से दूर रखें। यह भी एक कारण था कि भारत सरकार ने PUBG जैसी गेम्स पर बैन लगा दिया।
डेड ट्रिगर
डेड नाम सुनते ही साफ हो जाता है कि गेम पूरी तरह से खून-खराबा और हिंसा पर बेस्ड होगी। गेम की थीम भी पूरी तरह से जॉम्बी को मारने पर बेस्ड है। इसमें काफी ज्यादा ब्लड शेड और वायलेंस दिखाया गया है जो बच्चों के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।
वीडियो से जानें क्या कहती है रिसर्च
मॉर्टल कॉम्बेट
यह गेम तो पूरी तरह से 18 प्लस है इसलिए अपने बच्चों को इस गेम से दूर रखें। ब्लड शेड और वायलेंस से भरी हुई ये गेम काफी जबरदस्त और पॉपुलर है लेकिन बच्चों के दिमाग पर नेगेटिव असर डाल सकती है। इसलिए अगर आपका बच्चा भी ये गेम खेल रहा है तो उसे तुरंत रोक दें।