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National Film Awards कब से हुए थे शुरू? किन दो फिल्मों को सबसे पहले मिला, नाम भी था अलग

National Film Awards history starts 1954 state awards: नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स 2023 का ऐलान कर दिया गया है। सवाल यह है कि नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की शुरुआत कब से शुरू हुई। इन्हें शुरू करने का क्या मकसद था। पहले किस फिल्म को यह अवार्ड मिला। शुरू में नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स को किस नाम से जाना जाता था। जानें, नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स का पूरा इतिहास

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Vijay Jain Updated: Aug 1, 2025 21:16

National Film Awards history starts 1954 state awards: भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री में सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाले नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की शुरुआत 1954 में हुई थी। भारतीय सिनेमा और उसके नायकों का मनोबल बढ़ाने के मकसद से इसकी शुरुआत की गई थी। 10 मई 1954 को हुए पहले नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स समारोह में दो फिल्मों को अवार्ड मिला।

मराठी कैटागिरी में श्यामची आई और हिंदी कैटागिरी में मिर्जा गालिब को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का नेशनल अवार्ड मिला। पहले इन अवार्ड को स्टेट अवार्ड के नाम से जाना जाता है।

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वक्त के साथ बढ़ाई गईं कैटागिरी

नेशनल फिल्म अवार्ड की कैटागिरी बेहद कम थीं। वक्त के साथ इन पुरस्कारों का नाम भी स्टेट अवार्ड से बदलकर नेशनल नेशनल फिल्म अवार्ड रखा गया और समय के साथ अवार्ड की कैटागिरीज भी बढ़ती गईं। अब इसमें फीचर फिल्म, गैर-फीचर फिल्म (शॉर्ट मूवीज, डाक्यूमेंट्री, अभिनय, निर्देशन, संगीत, सिनेमैटोग्राफी, और तकनीकी श्रेणियों में भी पुरस्कार दिए जाते हैं। 1960 के दशक में रीजनल सिनेमा को बढ़ाने के लिए सर्वश्रेष्ठ मराठी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम आदि फिल्मों के लिए विशेष पुरस्कार शुरू किए गए।

दादासाहेब फाल्के पुरस्कार कैसे अलग?

1969 में शुरू हुआ दादासाहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का बेहद सम्मानीय और गौरवशाली अवार्ड है, जो नेशनल फिल्म अवार्ड से अलग है। भारतीय सिनेमा के पितामह दादासाहेब फाल्के के सम्मान में यह पुरस्कार लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए दिया जाता है। अभिनेत्री देविका रानी को 1969 में पहला दादासाहेब फाल्के पुरस्कार मिला।

नेशनल फिल्म अवार्ड का बढ़ता दायरा

1973 में नेशनल फिल्म अवार्ड का और दायरा बढ़ता गया। गैर-फीचर फिल्मों के लिए भी अवार्ड शुरू किए गए। 1980 के दशक में सिनेमा राइटिंग पर पुरस्कार शुरू किए गए। विजुअल इफेक्ट्स और साउंड डिजाइन जैसे कैटागिरी 2000 के दशक में जोड़ी गईं। नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स का आयोजन भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा किया जाता है।

कैसे होता है चुनाव, राष्ट्रपति करते हैं पुरस्कृत

नेशनल फिल्म अवार्ड चयन प्रक्रिया के लिए हर साल विशेषज्ञों की एक स्वतंत्र जूरी नियुक्त की जाती है, जो फिल्मों का मूल्यांकन करती है। जूरी में फिल्म निर्माता, आलोचक, और सिनेमा से जुड़े अन्य विशेषज्ञ शामिल होते हैं। दिल्ली में होने वाले पुरस्कार समारोह में भारत के राष्ट्रपति विजेताओं को पुरस्कृत करते हैं। यह पुरस्कार विजेताओं के लिए यह पुरस्कार उनके करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जाता है।

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First published on: Aug 01, 2025 07:27 PM

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