National Film Awards history starts 1954 state awards: भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री में सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाले नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की शुरुआत 1954 में हुई थी। भारतीय सिनेमा और उसके नायकों का मनोबल बढ़ाने के मकसद से इसकी शुरुआत की गई थी। 10 मई 1954 को हुए पहले नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स समारोह में दो फिल्मों को अवार्ड मिला।
मराठी कैटागिरी में श्यामची आई और हिंदी कैटागिरी में मिर्जा गालिब को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का नेशनल अवार्ड मिला। पहले इन अवार्ड को स्टेट अवार्ड के नाम से जाना जाता है।
🏆71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा 🏆
➡️ सर्वश्रेष्ठ मुख्य अभिनेत्री का पुरस्कार (श्रेणी- फीचर फिल्म) :
🎬 मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे (हिंदी)
🎬अभिनेत्री: रानी मुखर्जी#NationalFilmAwards pic.twitter.com/N3JYB5QUfb---विज्ञापन---— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) August 1, 2025
वक्त के साथ बढ़ाई गईं कैटागिरी
नेशनल फिल्म अवार्ड की कैटागिरी बेहद कम थीं। वक्त के साथ इन पुरस्कारों का नाम भी स्टेट अवार्ड से बदलकर नेशनल नेशनल फिल्म अवार्ड रखा गया और समय के साथ अवार्ड की कैटागिरीज भी बढ़ती गईं। अब इसमें फीचर फिल्म, गैर-फीचर फिल्म (शॉर्ट मूवीज, डाक्यूमेंट्री, अभिनय, निर्देशन, संगीत, सिनेमैटोग्राफी, और तकनीकी श्रेणियों में भी पुरस्कार दिए जाते हैं। 1960 के दशक में रीजनल सिनेमा को बढ़ाने के लिए सर्वश्रेष्ठ मराठी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम आदि फिल्मों के लिए विशेष पुरस्कार शुरू किए गए।
71st National Film Awards 2023 | Best Actor in a Leading Role award shared by Shah Rukh Khan for 'Jawan' and Vikrant Massey for '12th Fail' pic.twitter.com/GImUWoCVrX
— ANI (@ANI) August 1, 2025
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार कैसे अलग?
1969 में शुरू हुआ दादासाहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का बेहद सम्मानीय और गौरवशाली अवार्ड है, जो नेशनल फिल्म अवार्ड से अलग है। भारतीय सिनेमा के पितामह दादासाहेब फाल्के के सम्मान में यह पुरस्कार लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए दिया जाता है। अभिनेत्री देविका रानी को 1969 में पहला दादासाहेब फाल्के पुरस्कार मिला।
नेशनल फिल्म अवार्ड का बढ़ता दायरा
𝐊𝐚𝐭𝐡𝐚𝐥 – 𝐀 𝐉𝐚𝐜𝐤𝐟𝐫𝐮𝐢𝐭 𝐌𝐲𝐬𝐭𝐞𝐫𝐲 has received the Best Hindi Film award in the 71st National Film Awards 2023. #NationalFilmAwards pic.twitter.com/nq4Pc1BgM1
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 1, 2025
1973 में नेशनल फिल्म अवार्ड का और दायरा बढ़ता गया। गैर-फीचर फिल्मों के लिए भी अवार्ड शुरू किए गए। 1980 के दशक में सिनेमा राइटिंग पर पुरस्कार शुरू किए गए। विजुअल इफेक्ट्स और साउंड डिजाइन जैसे कैटागिरी 2000 के दशक में जोड़ी गईं। नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स का आयोजन भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा किया जाता है।
कैसे होता है चुनाव, राष्ट्रपति करते हैं पुरस्कृत
The Jury of the 71st National Film Awards has officially submitted the list of awardees to Union Minister @AshwiniVaishnaw
— PIB in Jammu Kashmir & Ladakh (@PIBSrinagar) August 1, 2025
Union Minister of State @DrLMurugan and Secretary @MIB_India, Sanjay Jaju, were also present on the occasion#NationalFilmAwards #IndianCinema pic.twitter.com/PnDWumigvW
नेशनल फिल्म अवार्ड चयन प्रक्रिया के लिए हर साल विशेषज्ञों की एक स्वतंत्र जूरी नियुक्त की जाती है, जो फिल्मों का मूल्यांकन करती है। जूरी में फिल्म निर्माता, आलोचक, और सिनेमा से जुड़े अन्य विशेषज्ञ शामिल होते हैं। दिल्ली में होने वाले पुरस्कार समारोह में भारत के राष्ट्रपति विजेताओं को पुरस्कृत करते हैं। यह पुरस्कार विजेताओं के लिए यह पुरस्कार उनके करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जाता है।
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