सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है। कोर्ट अब 28 अप्रैल को उनके पासपोर्ट वापस करने की याचिका पर सुनवाई करेगा। यह मामला उनके यूट्यूब शो में की गई आपत्तिजनक बातों से जुड़ा है।
गिरफ्तारी से मिली थी राहत और पासपोर्ट करना पड़ा था जमा
18 फरवरी को कोर्ट ने रणवीर को कई एफआईआर में गिरफ्तारी से राहत दी थी। साथ ही उन्हें अपना पासपोर्ट ठाणे के साइबर पुलिस स्टेशन में जमा करने के लिए कहा गया था।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत और एन कोटिश्वर सिंह की बेंच ने कहा कि वे रणवीर की पासपोर्ट वापसी की अर्जी पर 28 अप्रैल को फैसला लेंगे।
सुनवाई में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि गुवाहाटी वाली एफआईआर में एक सह-आरोपी का बयान लेना बाकी है। मुंबई वाले केस की जांच पूरी है, लेकिन अब तक चार्जशीट फाइल नहीं की गई है। कोर्ट ने माना कि रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है।
पॉडकास्ट शुरू करने की मिली थी इजाजत
सुप्रीम कोर्ट ने 3 मार्च को रणवीर को “The Ranveer Show” दोबारा शुरू करने की अनुमति दी थी। शर्त यह थी कि शो में नैतिकता और शालीनता का ध्यान रखा जाए और यह सभी उम्र के लोगों के लिए ठीक हो।
किस बात पर हुआ था विवाद?
रणवीर ने कॉमेडियन समय रैना के यूट्यूब शो “India’s Got Latent” में माता-पिता और सेक्स से जुड़ी कुछ बातें कही थीं, जिन्हें आपत्तिजनक माना गया और कई जगह एफआईआर दर्ज हुई।
कोर्ट ने उनके बयानों को “अश्लील” कहा था और कहा कि उनकी “गंदी सोच” से समाज को शर्मिंदगी हुई है। इसलिए कोर्ट ने उन्हें किसी भी ऐसे पॉडकास्ट एपिसोड को प्रसारित करने से रोका था जो उनके केस से जुड़ा हो।
इस केस में रणवीर और समय रैना के अलावा कॉमेडियन आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह और अपूर्वा मखीजा के नाम भी शामिल हैं।