Manoj Bajpayee, Dilip Kumar: हिंदी सिनेमा के पॉपुलर एक्टर मनोज बाजपेयी की फिल्में हमेशा ही फैंस का दिल जीत लेती हैं. हालांकि, मनोज का फिल्मी सफर उतना भी आसान नहीं रहा है. अभिनेता ने अपने फिल्मी करियर के दौरान कई उतार-चढ़ाव देखें हैं. मनोज से जुड़े कई किस्से ऐसे हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. आज हम आपको उनसे जुड़े एक ऐसे ही किस्से के बारे में बता रहे हैं.
‘मनोज बाजपेयी कुछ पाने की जिद’
मनोज बाजपेयी पर लिखी गई किताब ‘मनोज बाजपेयी कुछ पाने की जिद’ (पीयूष पांडे) में मनोज और दिलीप कुमार का जिक्र किया गया है. इस किताब के सातवें पन्ने पर इस किस्से का जिक्र किया गया है. किताब के अनुसार, टाइम्स ऑफ इंडिया की 11 अप्रैल 2003 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल मनोज और दिलीप कुमार एक साथ फिल्म में काम करने वाले थे.
क्यों साथ नजर नहीं आए सितारे?
साल 2003 में इन खबरों ने खूब चर्चा बटोरी थीं और हर तरफ यही बातें भी हो रही थी. इस फिल्म को टीनू आनंद निर्देशित करने वाले थे. जब मनोज बाजपेयी से फिल्म के लिए पूछा गया, तो उन्होंने इसके लिए हामी भर दी थी. इसके बाद टीनू के लिए सबसे बड़ा टास्क दिलीप साहब को प्रोजेक्ट के लिए मनाना था, लेकिन दुर्भाग्य वश ये फिल्म कभी बन ही नहीं पाई.
दिलीप साहब के बड़े फैन थे मनोज बाजपेयी के पिता
मनोज बाजपेयी के पिता राधाकांत बाजपेयी, दिलीप साहब के बड़े फैन थे और अक्सर दिलीप साहब, मनोज को आशीर्वाद देते और उनकी तारीफ किया करते थे, जो राधाकांत के लिए बहुत बड़ी बात हुआ करती थी. राधाकांत को भी फिल्मों को बेहद शौक था और वो भी एक्टिंग के दीवाने थे. मनोज को एक्टिंग की ललक वहीं ये मिली थी.
फिल्म ‘इंस्पेक्टर जेंदे’
इसके अलावा अगर मनोज बाजपेयी की बात करें तो अभिनेता इन दिनों अपनी फिल्म ‘इंस्पेक्टर जेंदे’ को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. 5 सितंबर को उनकी ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है. फिल्म को लोगों का ठीक-ठाक रिस्पॉन्स मिल रहा है. ये फिल्म एक कॉमेडी-थ्रिलर फिल्म है, जो सच्ची घटना पर बनी है.
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