Actresss Mother Was Tawaif: नरगिस दत्त बॉलीवुड सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस में से एक हैं। उन्होंने इंडस्ट्री में बहुत ही कम समय के लिए काम किया है, लेकिन कम समय में ही नरगिस दत्त ने अपनी अच्छी पहचान बना ली है। दिलचस्प बात ये है कि नरगिस के फैमिली बैकग्राउंड में दूर-दूर तक कोई भी फिल्म इंडस्ट्री से नहीं था, उन्होंने खुद के बल पर ही पहचान हासिल की। नरगिस (Nargis Dutt) का जन्म फातिमा रशीद (Fatima Rashid) के घर जद्दनबाई से हुआ था, जद्दनबाई भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक बेहतरीन कंपोजर थी और अपने समय में एक तवायफ भी थीं। वहीं जद्दनबाई की मां और नरगिस की नानी दलीपाबाई भी काफी मशहूर थीं।
मां की फिल्म से शुरू किया था करियर
नरगिस के पिता का नाम मोहनचंद उत्तमचंद त्यागी था, जो एक हिंदू बिजनेसमैन थे, जिन्होंने जद्दनबाई से शादी करने के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया और अपना नाम अब्दुल रशीद रख लिया। ये जद्दनबाई की तीसरी शादी थी, नरगिस के करियर की अगर बात करें तो उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘तलाश-ए -हक’ से 6 साल में की।
29 साल की उम्र में छोड़ी एक्टिंग
‘मदर इंडिया’ में काम करने के बाद से नरगिस दत्त को अच्छी पहचान मिली। एक्ट्रेस की ये फिल्म उस समय की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बन गई। कुछ समय बाद फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के बाद नरगिस दत्त ने 29 साल की उम्र में एक्टिंग छोड़ दी, अब आपको बताते हैं नरगिस दत्त ने एक्टिंग क्यों छोड़ी।
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कैंसर का हुई शिकार
1958 में नरगिस दत्त ने मदर इंडिया के को-स्टार सुनील दत्त से शादी की और अपनी फैमिली लाइफ पर ध्यान देने के लिए अपना करियर छोड़ दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरगिस दत्त ने कुछ साल बाद कमबैक करने का फैसला लिया, लेकिन उन्हें 51 साल की उम्र में कैंसर के चलते इस दुनिया को अलविदा कहना पड़ा।