Bad Newz Movie Review: ‘अखिल चड्ढा सबसे वड्डा’ इस फिल्म का लेखा-जोखा बताएं तो बस इसी एक डॉयलॉग से फिल्म का पूरा सार निकल जाएगा। कहने को ये बस फिल्म में बोली जाने वाली एक लाइन है लेकिन इन्हीं 4 शब्दों में पूरी फिल्म समा जाती है। अखिल चड्ढा यानी विक्की कौशल जो इस फिल्म की जान हैं। एमी विर्क, तृप्ति डिमरी ने भी अपने कैरेक्टर्स से काफी इंप्रेस किया है। इस फिल्म को देखने से पहले बस एक हिदायत देना चाहेंगे, अपना दिमाग घर पर ही छोड़कर जाएं क्योंकि फिल्म की कहानी में आपको अपना दिमाग बिल्कुल भी लगाना नहीं है। अगर यूज करेंगे तो आप निराश हो सकते हैं। हालांकि फिल्म में एंटरटेनमेंट की कमी नहीं है, फिल्म के हर सीन में पंचिस कूट-कूट के डाले गए हैं। अगर आप वीकेंड पर एक फुल एंटरटेनर फिल्म को एन्जॉय करना चाहते हैं तो ‘बैड न्यूज’ आपके लिए गुड न्यूज लेकर आई है।
कहानी
फिल्म की कहानी शुरू होती है एक मशहूर अभिनेत्री से जो एक बॉलीवुड एक्ट्रेस का कैमियो है। ये एक्ट्रेस तृप्ति डिमरी के किरदार सलोनी बग्गा से काफी प्रभावित है और उसकी रियल लाइफ स्टोरी को पर्दे पर उतारना चाहती है। अब जाहिर है सलोनी की लाइफ पर एक फिल्म बन रही है तो उनकी कहानी भी दिलचस्प ही होगी। सलोनी का सपना है दुनिया के सबसे बड़े शेफ पुरस्कारों में से एक मेरिका को जीतने का। वो बचपन से इसी सपने के साथ जीती आई है इसलिए प्यार-शादी जैसे कमिटमेंट्स से दूर भागती है लेकिन जब उनकी मुलाकात विक्की कौशल यानी अखिल चड्ढा से होती है तो दिल्ली के टिपिकल लड़कों की ही तरह अखिल भी सलोनी को पटाने में लग जाता है। आखिरकार वो कामयाब भी हो जाता है। सलोनी जो पहले रिश्ते से दूर भाग रही थी वो अखिल को शादी के लिए हां कर देती है और दोनों बहुत जल्द शादी कर लेते हैं।
शादी के बाद दोनों के हनीमून तक सब ठीक रहता है लेकिन इसके बाद अखिल कहीं ना कहीं सलोनी के शेफ पुरस्कार जीतने के सपने को बहुत पीछे छोड़ देता है। वो सलोनी के काम को इतनी वैल्यू नहीं देता जिसकी वजह से दोनों में काफी बड़ा झगड़ा होता है और आखिरकार अखिल सलोनी को अपने घर से जाने के लिए कह देता है। सलोनी टूट कर बिखर जाती है, ऐसे में वो कुछ ही दिन बाद हुए कॉम्पिटिशन में ‘मेरिका पुरस्कार’ को भी नहीं जीत पाती। इसके बाद दोनों तलाक ले लेते हैं और सलोनी दिल्ली से दूर मसूरी में चली जाती हैं एक फेमस होटल में हेड शेफ के तौर पर। वो अब अपना पूरा फोकस ‘मेरिका पुरस्कार’ को जीतने पर करना चाहती है। यहां एंट्री होती है सलोनी के बॉस गुरबीर पन्नू यानी एमी विर्क की जो पहले प्यार को अब तक भुला नहीं पाए हैं। दोनों अपने अधूरे प्यार की कहानी एक दूसरे से साझा करते हैं। वहां अखिल चड्ढा सलोनी को भूलाने की कोशिश में अलग-अलग लड़कियों के साथ मिलते हैं और उनके साथ फोटोज को सोशल मीडिया पर डालते हैं। सलोनी के प्यार में दीवाना एक लड़का इन पिक्चर्स को उससे साझा करता है और यही से सलोनी को जलन होती है और वो भी अब अपने पुराने रिश्ते से मूव ऑन करना चाहती है। वो गुस्से में ड्रिंक कर लेती है और अपने बॉस के साथ जबरदस्ती इंटीमेट हो जाती है। इसके बाद जब वो वापस अपने रूम में जाती है तो पता चलता है कि उसका एक्स पति यानी अखिल चड्ढा वहां आ गया है। वो फिर से उसे अपनी लाइफ में वापस पाना चाहता है। दोनों का रिबाउंड होता है और उसी रात को ही दोनों फिजिकल हो जाते हैं।
यहीं से शुरू होती है फिल्म की असली पहेली। इसके ठीक 6 हफ्ते बाद सलोनी प्रेग्नेंट हो जाती है और उसके पेट में एक नहीं बल्कि जुड़वा बच्चे हैं। लेकिन दिक्कत ये है कि दोनों बच्चों के पिता अलग-अलग हैं। एक बच्चा सलोनी के एक्स पति अखिल चड्ढा का है वहीं दूसरा बच्चा उनके बॉस गुरबीर पन्नू का है। डॉक्टर बताते हैं कि ऐसा मेडिकल में काफी रेयर देखा जाता है, जिसे हेटेरोपैटरनल सुपरफेकंडेशन कहा जाता है। अब अखिल और गुरबीर दोनों ही सलोनी को इंप्रेस करने में लग जाते हैं ताकि वो बच्चों के पैदा होने के बाद दोनों में से एक को चुने। आगे की कहानी देखने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
एक्टिंग
एक्टिंग की बात करें तो तीनों ही कलाकारों ने अपनी ऑडियंस को निराश बिल्कुल नहीं किया है। खासकर अगर विक्की की बात करें तो उन्होंने दिल्ली के अमीर और बिगड़े हुए लड़के का रोल बखूबी निभाया है। विक्की जब स्क्रीन पर नजर आएंगे तो उनके अलावा कहीं और ध्यान जा ही नहीं पाएगा। विक्की फिल्म के हर सीन में छा जाते हैं। तृप्ति ने ‘एनिमल’ में सपोर्टिंग रोल करने के बाद इस फिल्म में लीड अभिनेत्री के तौर पर जोरदार परफॉर्मेंस दी है। वहीं एमी विर्क को तो कॉमेडी का सरताज कहा ही जाता है।
कैसी है फिल्म?
शुरुआत में फिल्म थोड़ी स्लो लगती है लेकिन जैसे-जैसे फिल्म को देखते हैं तो वो पेस पकड़ती जाती है। फिल्म में अगर लॉजिक ना ढूंढते हुए देखा जाएगा तो आप बहुत एंटरटेन होंगे। फिल्म के आखिर में कहानी बहुत इमोशनल कर देगी जिससे ऑडियंस थोड़ा बहुत कनेक्ट कर पाएगी। हालांकि फिल्म में कॉमेडी सीन्स थोड़े और जोड़े जा सकते थे। फिल्म का स्क्रीन प्ले भी बेहतर किया जा सकता था। फिल्म में कई बार ऐसा लगता है कि कहानी बहुत ही प्रिडिक्टेबल है।
कॉमेडी सीन हालांकि फिल्म को नया फ्लेवर देते हैं लेकिन अगर आप मन में अक्षय, करीना, कियारा और दिलजीत की फिल्म ‘गुड न्यूज’ को लेकर जाएंगे तो आप कहीं ना कहीं इस फिल्म से कनेक्ट नहीं कर पाएंगे। कलाकारों की बेहतरीन एक्टिंग के बाद भी ऐसा लगेगा जैसे फिल्म दर्शकों को सीटों से चिपकाने में कामयाब नहीं हो पा रही है। कुछ सीन में काफी बोरियत भी हो सकती है। हालांकि विक्की की एनर्जी फिल्म में कमाल की है, फिल्म के आखिर में ‘तौबा-तौबा’ गाने पर उनके मूव्स देखने के लिए दर्शक काफी बेताब रहेंगे।
डायरेक्शन
फिल्म ‘उड़ान’, ‘गो गोवा गॉन’ और ‘काइट्स’ में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखा चुके आनंद तिवारी इस फिल्म से डायरेक्शन की दुनिया में कदम रख रहे हैं, जो बिना किसी शक के प्रशंसा के लायक हैं। उन्होंने किरदारों को अच्छे से फिल्मी पर्दे पर दिखाया है।
गाने
सिर्फ ‘तौबा तौबा’ गाने को छोड़ दिया जाए तो ‘बैड न्यूज’ के बाकी गाने इतना इंप्रेस नहीं कर पाते। फिल्म में कोई ऐसा नहीं लगता जो जुबान पर चढ़ जाए। हालांकि फिल्म में इमोशनल गाना भी है जो एकदम ऐसे टाइम पर आता है जब आपको रोना आ जाएगा, लेकिन गाने को एक बार सुनकर उसे फिर से सुना जाए, ऐसा नहीं लगता।
वर्डिक्ट
‘बैड न्यूज’ ऑवरऑल एक कॉमेडी फिल्म हैं जो आपको डेफिनेटली हंसाने में कामयाब रहती है। अभिनय के मामले में फिल्म के कलाकारों ने लाजवाब काम किया है। फिल्म की कहानी यूनीक है। विक्की, तृप्ति और एमी की तिकड़ी कमाल की बनी है। इस फिल्म को आप बिना किसी शक के अपने परिवार के साथ जाकर देख सकते हैं। एंटरटेनमेंट का डोज तो मिलेगा ही, एक बार के लिए फिल्म को जरूर देखा जा सकता है। न्यूज 24 ने ‘बैड न्यूज’ को पांच में से 3 स्टार दिए हैं।
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