World Teachers Day 2022: हम सभी अपने जीवन में एक शिक्षक या टीचर की भूमिका को बखूबी जानते हैं। गुरु की भूमिका हमारे जीवन में एक अहम किरदार निभाती है। बचपन से लेकर बड़े होने तक गुरु से ही हमें सही-गलत की सिख मिलती है। मां-बापके बाद गुरु ही एक ऐसा शख्स होता है जो, बिना किसी भेदभाव के हमें आगे बढ़ने मेंकदम-कदम पर साथ देते हैं। इसलिए शिक्षकों को सम्मान देने के लिए दुनिया भर में हरवर्ष 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष 28वां विश्वशिक्षक दिवस मनाया जा रहा है।
हालांकि, भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। इसका मुख्य मकसद शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के सहयोग के लिए उन्हें सम्मानित करना है। साथ ही शिक्षकों के प्रति सम्मान और स्नेह प्रकट करना है। इस मौके पर स्कूल और कॉलेज में शिक्षक और प्रोफेसर को सम्मानित किया जाता है। साल 1994 में शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा की गई। उसके बाद से हर साल 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर मनाया जाता है।
यूनिसेफ, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन और एजुकेशन इंटरनेशनल (ईआई) ने मिलकर शिक्षकों को उनकी जिम्मेदारी और अहमियत के प्रति जागरूक करने और उनकी मेहनत के लिए उन्हें सम्मानित करने के लिए हर साल विश्व शिक्षक दिवस का आयोजन करते हैं। आइए जानते हैं विश्व शिक्षक दिवस का इतिहास, महत्व और इस साल की थीम-
इस वर्ष की थीम
विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर यूनेस्को संगठन की तरफ से 2022 का थीम कोविड-19 महामारी में बेहतरीन कार्य करने वाले शिक्षकों के लिए रखा गया है। अंतरराष्ट्रीय विश्व शिक्षक दिवस 2022 का थीम है “शिक्षा का परिवर्तन शिक्षकों के साथ शुरू होता है।”
On Wednesday's #WorldTeachersDay, we pay tribute to the invaluable contribution of teachers to students, communities & societies.
To transform education, it's vital that teachers are heard, supported & empowered.
More from @unesco: https://t.co/ghcdiXrX7Q pic.twitter.com/obFLPTA7QL
— United Nations (@UN) October 5, 2022
विश्व शिक्षक दिवस का इतिहास
दुनियाभर में विश्व शिक्षक दिवस अलग-अलग तारीखों को मनाया जाता है। भारत में 5 सितंबर को और चीन में 27 अगस्त को मनाया जाता है। वहीं, रूस समेत अनेक देशों में 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जानकारों की मानें तो 5 अक्टूबर 1966 को पेरिस में एक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था। इस कॉन्फ्रेंस में शिक्षकों के सम्मान में शिक्षक दिवस मनाने की सिफारिश की गई। इस सिफारिश को यूनेस्को ने स्वीकार कर लिया था। साल 1994 में 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाने का फैसला लिया गया। उस समय से हर साल 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
विश्व शिक्षक दिवस का महत्व
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस का उद्येश्य विश्व के शिक्षकों की सराहना, मूल्यांकन और सुधार पर लोगों का ध्यान केंद्रित करना है। इस दिन शिक्षण और शिक्षकों के मुलभूत मुद्दे पर चर्चा करने का अवसर मिलता है। इसके अलावा इस दिन विश्व के शिक्षकों की जिम्मेदारी, उनके अधिकार और आगे की शिक्षा के लिए उनकी तैयारी और मानक को महत्व दिया जाता है।
अभी पढ़ें – शिक्षा से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें