MHT-CET 2025 की PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स) ग्रुप की ऑनलाइन परीक्षा रविवार को संपन्न हुई। यह परीक्षा महाराष्ट्र सरकार की स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सेल द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेजों में एकेडमिक सेशन 2025-26 में एडमिशन के लिए आयोजित की गई थी। परीक्षा के आखिरी दिन पहले शिफ्ट में शामिल कुछ छात्रों ने दावा किया कि Math के 15 सवालों में दिए गए ऑप्शन्स गलत या विषय से संबंधित नहीं थे। इस संबंध में छात्रों ने परीक्षा केंद्र पर मौजूद अधिकारियों को भी सूचित किया।
शिकायत दर्ज कराने की तय प्रक्रिया
जब परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की तकनीकी या प्रश्नों से जुड़ी समस्या सामने आती है, तो छात्रों को एक निर्धारित शिकायत निवारण प्रक्रिया का पालन करना होता है। MHT-CET 2025 की इंफॉर्मेशन ब्रोशर के अनुसार, अगर किसी उम्मीदवार को प्रश्न पत्र या प्रशासन से जुड़ी कोई गलती दिखाई देती है, तो उसे तुरंत अपने परीक्षा ब्लॉक में मौजूद इनविजीलेटर को जानकारी देनी चाहिए। इसके बाद इनविजीलेटर यह सूचना परीक्षा केंद्र पर तैनात वेन्यू ऑफिसर तक पहुंचाते हैं। यह वेन्यू ऑफिसर, जो स्टेट CET सेल के कमिश्नर द्वारा नियुक्त होते हैं, सुबह 7:30 बजे से परीक्षा समाप्त होने तक एक्टिव रहते हैं और मौके पर ही शिकायत की जांच कर निर्णय लेते हैं।
अगर शिकायत प्रश्न पत्र की गलती से जुड़ी हो, तो उम्मीदवारों को अपनी आपत्ति परीक्षा की आधिकारिक वेबसाइट www.mahacet.org पर निर्धारित समय सीमा के अंदर दर्ज करानी होती है। तय समय के बाद की गई शिकायतों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
परीक्षा का फॉर्मेट और सिलेबस
MHT-CET 2025 की PCM परीक्षा में तीन ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQ) प्रश्न पत्र होते हैं – फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स, जिनमें से प्रत्येक 100 अंकों का होता है। परीक्षा की कुल अवधि 180 मिनट होती है, जिसमें पहले 90 मिनट फिजिक्स और केमिस्ट्री के लिए, और बाद के 90 मिनट मैथ के लिए निर्धारित होते हैं।
सिलेबस महाराष्ट्र राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा निर्धारित किया गया है, जिसमें कक्षा 11वीं के सिलेबस को 20% और कक्षा 12वीं को 80% वेटेज दिया गया है। इस परीक्षा का कठिनाई स्तर JEE (Main) के समान होता है, लेकिन इसमें कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होती।
इस पूरे विवाद के चलते छात्र मांग कर रहे हैं कि संबंधित प्रश्नों की जांच कर आवश्यक सुधार या री-इवैल्यूएशन किया जाए, ताकि किसी भी छात्र के साथ अन्याय न हो।