सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की पाठ्यक्रम समिति ने 12वीं कक्षा की अकाउंटेंसी की परीक्षाओं में कुछ बदलाव किए हैं। बदलाव के बाद परीक्षा में छात्रों को कैलकुलेटर इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई है। इसको लेकर पिछले साल मांग की गई थी, जिसे अब मंजूरी मिल गई है। इसको मंजूरी छात्रों का तनाव कम करने और मूल्यांकन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए दी गई है। परीक्षा में कैलकुलेटर के इस्तेमाल से छात्रों का कीमती समय दूसरे सवालों के लिए बचेगा। इसके अलावा, परीक्षा में ऑन-स्क्रीन मार्किंग (OSM) सिस्टम की शुरुआत भी की गई है।
छात्रों का बोझ होगा कम
सीबीएसई बोर्ड के एकेडमिक डिपार्टमेंट की अगुआई वाली पाठ्यक्रम समिति ने पिछले साल नवंबर में कैलकुलेटर की इजाजत मांगी थी। उनका तर्क था कि परीक्षा में इसके इस्तेमाल से बच्चों पर पड़ने वाला बोझ कम होगा। इसको लेकर बैठक की गई कि इस तरह की मांग दूसरे सब्जेक्ट्स को लेकर भी हो सकती है। नए बदलाव में यह साफ कर दिया गया कि कैलकुलेटर की सुविधा केवल अकाउंटेंसी परीक्षा के लिए दी गई है।
ये भी पढ़ें: इंतजार खत्म! इस दिन आएगा बिहार बोर्ड का रिजल्ट; 5 स्टेप्स में जानें कैसे होगा डाउनलोड?
OSM सिस्टम की शुरुआत
परीक्षा में किए गए बदलाव में से एक ऑन-स्क्रीन मार्किंग (OSM) सिस्टम की शुरुआत भी है। इस सिस्टम के जरिए कुछ सब्जेक्ट्स की आंसर कॉपीज, खास तौर पर कम परीक्षार्थियों वाले सब्जेक्ट्स की कॉपीज स्कैन करके ऑनलाइन अपलोड की जा सकेंगी। इसके बाद एग्जामिनर इन कॉपीज को डिजिटल तौर पर मार्क कर सकेंगे। इस बदलाव से रिजल्ट जल्दी जारी होने की उम्मीद है। हालांकि, सीबीएसई 2013-14 में इस प्रक्रिया का इस्तेमाल कर चुका है। उस दौरान OSM में कुछ चुनौतियां थीं, जिनकी वजह से इसे बंद करना पड़ा।
नंबरों के वेरिफिकेशन में बदलाव
परीक्षा में तीसरा बदलाव रिवैल्यूएशन प्रोसेस में किया गया है। अभी तक इसकी प्रक्रिया लंबी थी, जिसमें नंबरों का वेरिफिकेशन, आंसर कॉपीज की फोटोकॉपी के लिए आवेदन करना होता था। इसके बाद ही रिवैल्यूएशन का प्रोसेस होता था। नए बदलाव के बाद छात्र सीधे अपनी कॉपीज की फोटोकॉपी का अनुरोध कर सकते हैं। खुद ही वे रिवैल्यूएशन के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें: KVS Admission 2025: बालवाटिका 1 और 3 के लिए आवेदन की आखिरी तारीख बढ़ी, यहां दिए डायरेक्ट लिंक से करें अप्लाई