Railway Ticket Checking Campaign: अगर ऐसा कहें कि ट्रेनें ही आम लोगों की जिंदगी को भी चलाती हैं तो यह गलत नहीं होगा। एक आंकड़े के मुताबिक, हर रोज 2.5 करोड़ लोग भारतीय रेलवे के माध्यम से अपना सफर करते हैं। इनमें नौकरीपेशा वालों की संख्या बहुत अधिक है। आम नागरिक अपना शहर छोड़कर किसी दूसरे शहर में उम्मीदों को लेकर जाता है। रेलवे का किराया कम होता है, जिस कारण इससे लंबी दूरी तेजी से और कम रुपयों में पूरी की जा सकती है। हालांकि, हजारों में लोगों की ऐसी भी संख्या है जो टिकट लेना सही नहीं समझते, जो कि एक तरह का अपराध है।
पूर्व मध्य रेल बिना टिकट/उचित प्राधिकारी के यात्रा को रोकने के लिए लगातार अभियान चला रहा है ताकि बिना टिकट/उचित प्राधिकारी के यात्रा करने वाले यात्रियों को पड़का जा सके और उनपर जुर्माना भी लगा जाए। ऐसे यात्रियों के कारण जहां एक ओर टिकट लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, वहीं दूसरी ओर रेल राजस्व का नुकसान होता है।
समस्तीपुर मंडल में अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर स्टेशनों और ट्रेनों में विशेष टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसमें कुल 5903 यात्रियों से वसूली गई है। टिकट चेकिंग के दौरान यात्रियों से 47 लाख रुपये वसूले गए।
इन स्टेशनों पर चला अभियान
समस्तीपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों, जैसे दरभंगा, समस्तीपुर, सहरसा, रक्सौल, नरकटियागंज, बापूधाम, मोतिहारी, जयनगर और सीतामढ़ी समेत कई स्टेशनों पर टिकट चेकिंग का अभियान चलाया। ट्रेनों के अंदर बाहर लोगों को रोककर टिकट चेक की गई। बिना टिकट यात्री और अपर्याप्त टिकट लेकर यात्रा कर रहे लोगों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की गई।
वहीं, पिछले साल नवंबर में भी टिकट चेकिंग का अभियान चला गया था। दिनांक 22.11.2022 को समस्तीपुर मंडल में प्रात: 05.00 बजे से रात्रि 23.00 बजे तक 18 घंटे तक अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर स्टेशनों एवं ट्रेनों में विशेष टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसमें 68 लाख से अधिक की राशि बिना टिकट/उचित प्राधिकरण के कुल 9700 मामलों में जुर्माने के रूप में प्राप्त की गई थी।