YEIDA Flat Scheme : एनसीआर में लोगों को सपने का घर देने के लिए कई आवासीय योजनाएं चल रही हैं। ऐसी ही एक योजना है YEIDA आवास योजना। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से सेक्टर 22डी में एक आवास योजना लेकर लाया गया है। इन दिनों YEIDA योजना सुर्खियों में है, इसकी एक वजह आगामी नोएडा का जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। अब सवाल उठ रहा है कि यमुना प्राधिकरण की परियोजना क्यों हो रही है फेल?
जेवर एयरपोर्ट की वजह से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तेजी से विकास हो रहा है। इसके तहत ही YEIDA प्लॉट स्कीम आई है। सवाल यह है कि इस योजना के तहत पहले फ्लैट पाने वाले लोगों की क्या स्थिति है। रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) की बैठक 13 अक्टूबर को हुई, जिसमें वे लोग शामिल हुए, जिन्हें पहले इस योजना के तहत फ्लैट आवंटित किए गए थे।
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बिक नहीं रहे फ्लैट
इस योजना में 120 वर्ग मीटर (वर्ग मीटर), 162 वर्ग मीटर, 200 वर्ग मीटर, 250 वर्ग मीटर और 260 वर्ग मीटर में भूखंड उपलब्ध हैं। सेक्टर 22डी में दिए गए फ्लैटों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, जिससे लोगों को अपने फ्लैट को फिर से बेचने में दिक्कत आ रही है। साथ ही फ्लैट की मूल वैल्यू में भी गिरावट आई है। ये स्थिति आवासीय संपत्तियां पर हैं, लेकिन वाणिज्यिक संपत्तियों को लेकर अभी तक कोई ऐसी खबर नहीं आई है।
बुनियादी चीजों का अभाव
इसे लेकर आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष ने कहा कि वह उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने साल 2013 में इस योजना के लिए आवेदन किया था। प्राधिकरण ने 2021 में फ्लैटों का आवंटन शुरू किया। यह कई बार अनुरोध करने के बाद हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्राधिकरण द्वारा आवंटित किए गए प्लॉट में बुनियादी सुविधाएं नहीं थीं। लोगों को दिए गए फ्लैट अभी पूरी तरह से तैयार नहीं थे।
स्कूल-अस्पताल भी नहीं
फ्लैटों की हालत देखकर बहुत कम लोगों ने फ्लैटों पर कब्जा लिया, क्योंकि उस इलाके में कोई सरकारी स्कूल और अस्पताल नहीं है। किसी भी क्षेत्र में रहने के लिए किसी भी व्यक्ति को बुनियादी चीजों की आवश्यकता होती है। लोग सिर्फ इसलिए उन फ्लैटों में नहीं रहना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
फ्लैटों में पानी की सप्लाई का मुद्दा
आरडब्लूए अध्यक्ष ने बताया कि वहां लोग कैसे रह सकते हैं? जहां पानी की सप्लाई न हो। बिजली की सुविधा है, एक बार बिजली चली जाए तो कुछ दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। योजना के तहत फ्लैट पाने वाले कुल लोगों में से करीब 80-85 लोग वहां रह रहे हैं।
इलाके में अच्छी सड़क नहीं
इलाके में अच्छी सड़क नहीं है। यहां रहने वाले लोगों को वहां पहुंचने के लिए कई किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। लोगों ने सीओ के सामने अपनी समस्याएं रखीं। सीओ ने आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द निस्तारण कर दिया जाएगा।
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सुरक्षा का मुद्दा
इलाके में सुरक्षा का मुद्दा है, क्योंकि वहां रखा ट्रांसफॉर्मर चोरी हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, YEIDA ने वहां एक ऑफिस बनाया है, जहां उन्होंने दो सुरक्षा गार्ड रखे हैं। इसके अलावा वहां रहने वाले लोगों को खराब लिफ्टों के कारण भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।