World Cup 2023: भारत इस समय क्रिकेट के विश्व कप से रंग रहा है। पिछले 2 से 3 महीनों से विश्व कप की तैयारी की जा रही थी, और अब इस तैयारी का फायदा देश को दिखने लगा है। जैसा आप जानते हैं कि भारत में क्रिकेट को एक धर्म के रुप में जाना जाता है। क्रिकेटर को यहां भगवान का दर्जा दिया जाता है। इसी बात का फायदा अब भारतीय इकॉनमी को होने जा रहा है। 5 अक्टूबर से विश्व कप शुरू हो चुका है, आने वाले दिनों में भारत के मुकाबले शुरू हो जाएंगे। तो चलिए आपको बताते हैं कि विश्व कप किस तरह से भारतीय इकॉनमी की बल्ले-बल्ले कर सकता है।
18 हजार से 20 हजार तक रह सकता है योगदान
एक्सपर्ट का मानना है कि विश्व कप 2023 इंडिया के ग्रॉस ऑउटपुट में 18 हजार से 20 हजार तक योगदान दे सकता है। ये एक बड़ा आंकड़ा है। विश्व कप होने से 1 या 2 सेक्टर में ही उछाल देखने के लिए नहीं मिलेगा, बल्कि एक साथ कई सेक्टर में ग्रोथ देखी जा सकती है।
डिमांड में होगा इजाफा
देखिए साफ भाषा में बात करें तो देश की इकॉनमी डिमांड और सप्लाई पर काम करती है। अगर किसी देश में डिमांड कम हो जाती है तो फिर मंदी के बादल छा जाते हैं। देश में विश्व कप के आयोजन से होटल इंडस्ट्री से लेकर छोटे कारोबारियों तक इसका असर होगा. साथ में ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री तो अपने बूम पर पहुंच जाती है। इसलिए कहा जा सकता है कि देश के लिए विश्व कप एक नई जान फूंकेगा।
कुछ सेक्टर को हो सकता है नुकसान
ऐसा नहीं है कि विश्व कप 2023 से सभी सेक्टर धूम मचाएंगे, बल्कि कुछ को नुकसान भी हो सकता है। जैसे वीकेंड पर लोग घर पर ही मैच देखना चाहेंगे तो बाहर मार्केट में सुस्ती छा सकती है। हालांकि नुकसान होने की दर फायदे सा बहुत कम है। इसलिए हम कह रहे हैं कि विश्व कप भारत के लिए बूस्टर जैसा काम कर सकता है। यहां ध्यान रखने वाली ये भी बात है कि विश्व कप दीवाली के समय में हो रहा है। ऐसे में डिमांड में दुगना इजाफा देखा जा सकता है।