फोन रिचार्ज करने के लिए हम अमूमन पेटीएम या फोनपे का इस्तेमाल करते हैं। जब से भारत डिजिटल की तरफ बढ़ रहा है तब से ग्राहकों ने दुकानों पर जाकर फोन रिचार्ज करना कम कर दिया है। लेकिन पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि पेटीएम फोन रिचार्ज करने पर प्रोसेस फीस के तौर पर ₹1 चार्ज लेता है। अब राशि इतनी कम है कि हम ज्यादा ध्यान देते नहीं हैं, लेकिन फिर भी एक-एक रुपए से पेटीएम लाखों रुपए का कारोबार हर महीने में कर लेता है। कभी आपने सोचा कि ये ₹1 पेटीएम क्यों ले रहा है? अगर नहीं तो चलिए इसके बारे में आपको बताते हैं।
अभी तक कंपनी को नहीं हुआ है प्रॉफिट
दरअसल कंपनी जब से शेयर मार्केट में लिस्ट हुई है तभी से नो प्रॉफिट नो लॉस के कॉन्सेप्ट पर काम कर रही है। यानी अभी तक कंपनी ने प्रॉफिट बुक नहीं किया है। इसके अलावा पेटीएम काफी सेक्टर में एक साथ बिजनेस अपना बढ़ा रही है। जहां एक तरफ पेटीएम का अपना यूपीआई है वहीं दूसरी तरफ पेटीएम पेमेंट बैंक के साथ पेटीएम मनी, पेटीएम मॉल पर काम कर रही है। लेकिन फिर भी प्रॉफिट अभी तक गेन नहीं कर सकी है।
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आने वाले समय में हट सकती है फीस
कंपनी का कहना है कि ग्राहकों को और शानदार सेवा दे सकें इसलिए हम अपना रिजर्व बढ़ाना चाहते हैं, उसी के तौर पर ₹1 प्रक्रिया फीस के तौर पर लिया जाता है। आंकड़ों की बात करें तो पेटीएम अभी तक अपने ट्रांजैक्शन के 5 फ़ीसदी के बराबर फीस ले चुका है। उम्मीद है कि आने वाले समय में कंपनी मुनाफा कमाएगी और ये फीस हटा दी जाएगी।