UPI Transactions Fail Reasons: आज के समय में ऑनलाइन लेनदेन को हर कोई अपना रहा है, जिसके लिए कहीं न कहीं यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) एक बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है। डिजिटल पेमेंट के लिए चाहे कोई भी प्लेटफॉर्म क्यों न हो, लेकिन उसका माध्यम यूपाआई बन चुका है। हालांकि, कई बार पेमेंट के दौरान समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। कई बार यूपीआई ट्रांजैक्शन के दौरान लेनदेन में रोक आ जाती है। सरल भाषा में कहें तो लेनदेन प्रक्रिया फेल या फिर स्टक हो जाती है, तो ऐसे में हमें क्या करना चाहिए ये एक बड़ा सवाल रहता है।
बड़े काम का है यूपीआई
भारत में ऑनलाइन लेनदेन के लिए यूपीआई की एक अहम भूमिका है। इसके तहत सिर्फ ऑनलाइन लेनदेन की प्रक्रिया में तेजी नहीं है बल्कि सुरक्षा को भी ये सुनिश्चित करता है। यूपीआई की सर्विस का लाभ स्मार्टफोन के जरिए उठाया जा सकता है। खासतौर पर यूपीआई सुविधा का फायदा तब लगता है जब आपके पास वॉलेट न हो लेकिन आपके फोन में यूपीआई की सर्विस उपलब्ध हो।
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UPI transactions fail होने पर क्या करें?
- अपनी यूपीआई की डेली लेनदेन सीमा करें चेक- वर्तमान में डेली UPI लेनदेन की सीमा ₹1 लाख निर्धारित है।व्यापारियों को भुगतान और पीयर-टू-पीयर (पी2पी) ट्रांसफर भी इस लेनदेन में शामिल है।
- कई बैंक अकाउंट से यूपीआई आईडी का लिंक होना- यूपीआई पेमेंट फेल होने के पीछे का कारण एक बैंक सर्वर के अंदर भीड़भाड़ होना भी हो सकता है। अगर आपकी यूपीआई आईडी कई बैंक अकाउंट से लिंक है तो लेनदेन प्रक्रिया में समस्या आ सकती है।
- सही UPI PIN को करें एंटर- कई बार गलत यूपीआई पिन को एंटर करने से भी ट्रांजैक्शन में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर बार-बार यूपीआई पिन गलत बताया जाए तो इसे रिसेट करना ही एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
- सही संख्या और कोड की करें जांच- यूपीआई पेमेंट करने से पहले बैंक खाता नंबर और आईएफएससी कोड की सही से जांच कर लें। आईएफएससी कोड या अकाउंट नंबर गलत होने से भी पेमेंट नहीं हो पाती है। जबकि, अगर आप सही से चेक नहीं करते और ट्रांजैक्शन कर देते हैं तो किसी और के खाते में भी पैसा जा सकता है। इसलिए लेनदेन के दौरान सावधानी जरूर बरतें।