Tomato Price: देशभर में भारी बारिश के कारण पड़े असर से टमाटर की कीमतों ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ दिया। हालांकि, टमाटर की कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे जाने की उम्मीद है क्योंकि महाराष्ट्र के प्रमुख टमाटर बाजार में थोक दरों में 30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। ऐसे में वहां से अगस्त-दिसंबर की अवधि के दौरान टमाटर की आपूर्ति हो सकती है।
देखा जाता है कि जैसे ही सब्जियां बिक्री के खुदरा पार्ट में पहुंचती हैं तो कीमतें आमतौर पर थोक दरों से दोगुनी हो जाती हैं। जैसे-जैसे सब्जी की उपज अंतिम उपभोक्ता तक पहुंचती है, परिवहन की लागत, बाजार प्रबंधन शुल्क, बिचौलिया कमीशन और खुदरा मार्जिन दरें दोगुनी या कभी-कभी इससे भी अधिक हो जाती हैं।
आपूर्ति छह गुना तक बढ़ी
ET की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के नासिक के पिंपलगांव बसवंत बाजार में पिछले हफ्ते टमाटर की आपूर्ति छह गुना बढ़ गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बेंगलुरु जैसे प्रमुख बाजारों में भी इसी तरह की स्थिति देखी जा रही है।
बता दें कि नारायणगांव, नासिक, बेंगलुरु और हिमालय की तलहटी जैसे कुछ छोटे क्षेत्र मानसून के मौसम के दौरान देश में टमाटर आपूर्तिकर्ताओं के लिए एक बड़ा सहारा बन गए हैं। नासिक बेल्ट अगस्त से दिसंबर की अवधि के दौरान देश को टमाटर की आपूर्ति करती है।
देखें रेटों में अंतर
बुधवार, 16 अगस्त को पिंपलगांव बाजार में टमाटर की औसत कीमत 37 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि उच्चतम कीमत 45 रुपये प्रति किलोग्राम थी। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह एक हफ्ते पहले की कीमतों से काफी गिरावट है, जो 57 रुपये प्रति किलोग्राम से 67 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच थी।
टमाटर के थोक व्यापारी मिनाज शेख के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, ‘आने वाले दिनों में टमाटर की कीमतों में गिरावट जारी रहेगी क्योंकि आवक तेजी से बढ़ रही है।’ शेख ने कहा, न केवल नासिक बल्कि बेंगलुरु में भी आवक बढ़ी है।