नई दिल्ली: देश में धान, गेहूं, गन्ने जैसी फसलों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। हालांकि, पिछले कुछ समय से किसान मुनाफेदार पौधों की खेती की ओर भी अपना रूख कर रहे हैं। अन्य चीजों की खेती से वर्तमान में किसान जमकर पैसा भी कमा रहे हैं। इनमें पपीता की खेती भी शामिल है, जो किसानों के लिए एक अच्छा सौदा है।
बीते सालों में किसानों के बीच इसकी खेती का ट्रेंड काफी बढ़ा है। वहीं, अब बिहार सरकार ने राज्य में बागवानी में फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक अहम कदम उठाया है। राज्य सरकार बागवानी सेक्टर में पपीता की खेती में अच्छी संभावना को देखते हुए अपने यहां किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसके तहत किसानों को पपीते के बाग लगाने के लिए सब्सिडी दी जाएगी। कम से कम प्रति हेक्टेयर खेत में पपीता की फसल लगाने पर 60,000 रुपये की लागत के आधार पर 75 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ किसानों को दिया जाएगा।
देश में पपीता की खेती छोटे मोटे नहीं बल्कि बड़े पैमाने पर की जा रही है। उन राज्यों की बात करें तो यह तमिलनाडु, बिहार, असम, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तरांचल और मिजोरम आदि राज्यों में की जा रही है।
बागवानी विकास मिशन योजना के तहत पपीपा की खेती पर सब्सिडी का लाभ लेने के लिये ऑफिशियल वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in/HORTMIS/Home.aspx पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।