Sukanya Samriddhi Yojana Benefits: भारत में पारंपरिक निवेशक हमेशा से छोटी बचत योजनाओं को अपना पसंदीदा तरीका मानते रहे हैं. वित्त मंत्रालय ने घोषणा की है कि 2025-26 वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में कई छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें नहीं बदलेंगी. अक्टूबर से दिसंबर 2025 तक, निवेशकों को पिछली तिमाही की तरह ही रिटर्न मिलता रहेगा.
हालांकि कई लोगों को उम्मीद हो सकती है कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) सबसे ज्यादा ब्याज देंगे, लेकिन असल में सुकन्या समृद्धि योजना इस सूची में सबसे ऊपर है.
सुकन्या समृद्धि योजना सबसे आगे
सभी छोटी बचत योजनाओं में, सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) 8.2% की सबसे ज़्यादा ब्याज दर देती है. इसके मुकाबले, PPF अकाउंट अभी भी 7.1% ब्याज देता है, जबकि NSC 7.7% ब्याज देता है.
टैक्स में छूट और कौन निवेश कर सकता है
SSY, EEE (Exempt-Exempt-Exempt) कैटेगरी में आता है, यानी जमा, ब्याज और निकासी सभी टैक्स-फ्री हैं. SSY में निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत भी टैक्स में छूट मिलती है.
10 साल से कम उम्र की लड़की के नाम पर केवल उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावक ही अकाउंट खोल सकते हैं. यह योजना लड़की की शिक्षा और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सबसे अच्छी है.
सुकन्या समृद्धि योजना की क्या है खास बातें
यह योजना माता-पिता को अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने का एक भरोसेमंद तरीका देती है. इसमें न्यूनतम वार्षिक जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये है. यह खाता डाकघर या SBI, HDFC बैंक और ICICI बैंक जैसे अधिकृत बैंकों में खोला जा सकता है.
उच्च शिक्षा के लिए पैसे निकालने की सुविधा है और 18 साल की उम्र के बाद लड़की की शादी होने पर समय से पहले खाता बंद किया जा सकता है. यह खाता भारत में कहीं भी ट्रांसफर किया जा सकता है और यह योजना खाता खोलने के 21 साल बाद मैच्योर होती है.
इसलिए, आकर्षक ब्याज दर और टैक्स बेनिफिट के साथ, सुकन्या समृद्धि योजना माता-पिता को अपनी बेटी की लंबी अवधि की भलाई के लिए निवेश करने का एक आसान और प्रभावी तरीका देती है.