Penny Stock : शेयर मार्केट में नया-नया कदम रखने वाले ज्यादातर इन्वेस्टर्स पेनी स्टॉक्स में अपनी किस्मत आजमाते हैं। इसका कारण है कि ये सस्ते होते हैं और निवेश की गई रकम बेहद कम समय में दोगुनी हो जाती है। ज्यादातर पेनी स्टॉक ऐसे होते हैं जो एक महीने में ही रकम को दोगुनी कर देते हैं। इन्वेस्टर इसी लालच में आ जाते हैं और एक बड़ी रकम पेनी स्टॉक में निवेश कर देते हैं। लेकिन जब इनके शेयर की कीमत गिरनी शुरू होती है तो वह इन्वेस्टर की रकम लेकर ही गिरते हैं। कई बार ऐसी स्थिति बनती है कि इन्वेस्टर अगर थोड़ा रिटर्न लेकर भी शेयर बेचना चाहे तो शेयर लॉ-सर्किट के कारण बिक नहीं पाते हैं। पेनी स्टॉक्स को भंगार शेयर या चवन्नी स्टॉक भी कह देते हैं।
पहले जानें कि पेनी स्टॉक क्या होते हैं
ये वे शेयर होते हैं जिन्हें शेयर मार्केट में लिस्ट छोटी-छोटी कंपनियां जारी करती हैं। अमूमन इनकी कीमत 10 रुपये प्रति शेयर से कम होती है। काफी पेनी स्टॉक 1 रुपये से कम कीमत में भी मिल जाते हैं। कंपनी की मार्केट वैल्यू के हिसाब से इन्हें नैनो-कैप स्टॉक, माइक्रो-कैप स्टॉक और स्मॉल कैप स्टॉक भी कहा जाता है। साधारणत: पेनी स्टॉक ऐसी कंपनियों द्वारा जारी किए जाते हैं जिनकी मार्केट वैल्यू 5 हजार करोड़ रुपये से कम होती है।
इसलिए आकर्षित होते हैं इन्वेस्टर
1. कम रकम इन्वेस्ट: पेनी स्टॉक्स को खरीदने में कम रकम निवेश होती है। जिन लोगों के पास शेयर खरीदने के लिए ज्यादा रकम नहीं है, उनमें से ज्यादातर लोग पेनी स्टॉक खरीदते हैं। इन स्टॉक्स की कीमत 10 रुपये प्रति शेयर से कम होती है। काफी कंपनियां ऐसी हैं जिनका शेयर एक रुपये से भी कम कीमत पर मिल जाता है। ऐसे में लोग कम निवेश के साथ शेयर मार्केट में किस्मत आजमाते हैं।
2. ज्यादा रिटर्न: ये स्टॉक कम समय में ही अच्छा रिटर्न दे देते हैं। काफी कंपनियों के पेनी स्टॉक एक महीने में 100 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दे देते हैं। अगर एक साल की बात करें तो यह रिटर्न 1000 या 2000 फीसदी से भी ज्यादा हो जाता है। अगर कोई इन्वेस्टर पेनी स्टॉक्स में 10 हजार रुपये इन्वेस्ट करता है तो सालाना 1000 फीसदी के रिटर्न के हिसाब से यह रकम एक साल में एक लाख रुपये हो जाती है। कम समय में ज्यादा रिटर्न के कारण इन्वेस्टर पेनी स्टॉक्स की तरह आकर्षित होते हैं।
रातों-रात हो सकते हैं कंगाल
पेनी स्टॉक जितनी तेजी से अमीर बनाते हैं, ये उतनी ही तेजी से कंगाल भी बना सकते हैं। जब ये शेयर गिरने शुरू होते हैं तो लगातार गिरते जाते हैं। रोजाना इनमें लोअर सर्किट लगता है। ऐसे में अगर कोई शख्स शेयर बेचकर निकलना चाहे तो भी नहीं निकल पाता, क्योंकि उन्हें खरीदने वाला कोई नहीं होता। जब तक उसके शेयर बिकते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। ऐसे में मुनाफा तो छोड़िए, निवेश की गई रकम भी नहीं मिल पाती। नतीजा, इन्वेस्टर नुकसान करके ही निकल पाता है। हालांकि काफी लोग सोचते हैं कि आज इनकी कीमत गिर रही है तो कल उठेगी भी, ऐसा शायद ही मुमकिन हो। ज्यादातर पेनी स्टॉक गिरने के बाद उठ नहीं पाते हैं।
किए जा सकते हैं ऑपरेट
सोशल मीडिया पर काफी लोग ऐसे हैं जो शेयर मार्केट का ज्ञान देते रहते हैं। ऐसे ज्ञान से दूर रहें। इनमें से ज्यादातर लोग इन पेनी स्टॉक्स के बारे में बताते हैं। ऐसे में हो सकता है कि वे सोशल मीडिया अकाउंट्स उस कुछ खास ग्रुप द्वारा इन्वेस्टर्स को लुभाने के लिए संचालित किए जा रहे हों। इसलिए इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि इन्हें ऑपरेट नहीं किया जा सकता। ऑपरेट करके पहले शेयर में प्रोफिट दिखाया जाता है और इन्वेस्टर्स की रकम लगवाई जाती है। बाद में वे ग्रुप अपना मुनाफा लेकर मार्केट से निकल जाते हैं और फिर शेयर गिरने लगते हैं। ऐसे में मुनाफे का लालच लेकर मार्केट में आने वाले इन्वेस्टर फंस जाते हैं और अपनी रकम गंवा बैठते हैं।
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इन बातों का रखें ध्यान
पेनी स्टॉक्स में निवेश करना काफी जोखिम भरा होता है। इसलिए इनमें रकम इन्वेस्ट करने से पहले रिसर्च करें और कंपनी के बैकग्राउंड के बारे में अच्छे से जानकारी ले लें। कंपनी की वेबसाइट पर कंपनी की आर्थिक स्थिति देखें। अगर कंपनी की आर्थिक स्थिति सही है तभी रकम इन्वेस्ट करने के बारे में सोचें। अगर किसी कंपनी में लगातार लोअर या अपर सर्किट लगता हो तो उस कंपनी के भी शेयर खरीदने से बचें।
Disclaimer : शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए इसमें निवेश करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें।