Railways Minister Big announcement: भारतीय रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के उत्पादन में तेजी लाने के लिए तैयार है क्योंकि यह अगले वित्तीय वर्ष के अंत तक हर हफ्ते दो से तीन सेमी-हाई स्पीड स्वदेशी ट्रेनों को शुरू करने की योजना बना रहा है। अब तक, मुंबई और गांधीनगर के बीच एक सहित कई अंतर-राज्यीय मार्गों पर सरकार द्वारा आठ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 फरवरी को दो नई वंदे भारत ट्रेनों – मुंबई-सोलापुर और मुंबई-शिरडी मार्गों को लॉन्च करने के लिए भी तैयार हैं।
पहली वंदे भारत ट्रेन को 2019 में नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी रूट पर हरी झंडी दिखाई गई थी। पीएम मोदी ने 15 जनवरी को तेलंगाना के सिकंदराबाद और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम को जोड़ने वाली आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की।
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रेल मंत्री का बड़ा बयान
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा था कि रेलवे अगले वित्त वर्ष के अंत तक हर सप्ताह लगभग दो या तीन नई वंदे भारत ट्रेनें चलाने में सक्षम हो जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल घोषणा की थी कि अगले तीन वर्षों में 400 नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति तक चल सकती है और इसमें शताब्दी ट्रेन जैसी ट्रैवल क्लासेस हैं लेकिन बेहतर सुविधाओं के साथ। प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, ट्रेन की प्रमुख प्रणालियों को भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में एक इंटेलीजेंट ब्रेकिंग सिस्टम है जो बेहतर तरीके से ट्रेन को रोकने में सक्षम बनाता है। इसमें कुल 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों के सभी कोच स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली और ऑन-बोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई से लैस हैं।
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आठ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें
- नई दिल्ली – श्री वैष्णो देवी माता, कटरा
- नई दिल्ली – वाराणसी, उत्तर प्रदेश
- गांधीनगर राजधानी-अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल
- अंब अंदौरा – नई दिल्ली
- मैसूर – पुरची थलाइवर डॉ एमजीआर चेन्नई सेंट्रल
- नागपुर, महाराष्ट्र – बिलासपुर, छत्तीसगढ़
- हावड़ा – न्यू जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल
- सिकंदराबाद, तेलंगाना – विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश