Mutual Fund Investments Through SIP: म्यूचुअल फंड एक लोकप्रिय इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के रूप में सामने आया है। सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के माध्यम से इसमें निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दरअसल, म्यूचुअल फंड का रिटर्न रिकॉर्ड शानदार रहा है, इस वजह से निवेशक इसकी तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। हाई रिटर्न की चाहत रखने वाले म्यूचुअल फंड में SIP कर रहे हैं।
इस वजह से बढ़ा आकर्षण
चढ़ती महंगाई ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रेकरिंग डिपॉजिट (RD) जैसे पारंपरिक सेविंग विकल्पों से मिलने वाले रिटर्न को काफी हद तक प्रभावित किया है। इस वजह से अब लोगों ने म्यूचुअल फंड पर ज्यादा भरोसा करना शुरू कर दिया है। क्योंकि यहां उन्हें अपेक्षाकृत महंगाई से मुकाबले वाला रिटर्न मिल जाता है।
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SIP ने आसान बनाई राह
मौजूदा चुनौतीपूर्ण आर्थिक माहौल में म्यूचुअल फंड उम्मीद की किरण बन गए हैं। वे डायवर्सिफिकेशन, प्रोफेशनल मैनेजमेंट और हाई रिटर्न की संभावना प्रदान करते हैं। खासकर, SIP के जरिये इनमें निवेश की सुविधा ने लोगों के लिए म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना आसान बना दिया है। आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि SIP के जरिये म्यूचुअल फंड को ‘सही’ है मानने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
बढ़ता विश्वास दर्शाते आंकड़े
बैंकबाजार डॉट कॉम की लेटेस्ट रिपोर्ट ‘मनीमूड 2025’ के अनुसार, 2024 में म्यूचुअल फंड में निवेशकों की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। निवेश के इस विकल्प को चुनने वाले निवेशकों का प्रतिशत वर्ष 2023 के 54% से बढ़कर 2024 में 62% हो गया। यह आंकड़े ट्रेडिशनल सेविंग ऑप्शन के विकल्प के रूप में म्यूचुअल फंड में बढ़ते विश्वास को दर्शाते हैं।
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अब तक ऐसा रहा है रिकॉर्ड
म्यूचुअल फंड SIP में निवेश का विकल्प चुनने वाले 2022 में 57% थे, 2023 में यह संख्या 54% और पिछले साल 62% हो गई। जबकि FD और RD के लिए यह आंकड़ा 2024 में 57% , PF और पोस्ट ऑफिस स्कीम्स के लिए 41%, डायरेक्ट स्टॉक मार्केट के लिए 40% जीवन बीमा के लिए 37%, गोल्ड के लिए 30% और क्रिप्टोकरेंसी के लिए 12% रहा। इससे साफ होता है कि म्यूचुअल फंड पर लोगों का भरोसा तेजी से बढ़ रहा है।
अन्य निवेश विकल्पों पर प्रभाव
म्यूचुअल फंड के उदय ने निवेश के अन्य विकल्पों में लोगों की रुचि को कम किया है। फिक्स्ड डिपॉजिट, रेकरिंग डिपॉजिट और डाक बचत योजनाओं में निवेशकों की हिस्सेदारी में गिरावट आई है। यहां तक कि प्रत्यक्ष शेयर बाजार निवेश में भी कमी आई है। जीवन बीमा उत्पादों, विशेष रूप से एंडोमेंट प्लान और यूलिप में भी गिरावट देखी गई है। क्योंकि निवेशक अधिक पारदर्शी और हाई रिटर्न विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं। सोना, जो पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित निवेश रहा है उसमें भी निवेशकों की रुचि उतार-चढ़ाव वाली रही है।
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