LIVE Share Market: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अब से कुछ देर में आम बजट पेश करेंगी। बजट के मद्देनजर आज स्टॉक मार्केट भी खुला हुआ है। ऐसे में बजट की घोषणाओं का मार्केट पर सीधा असर देखने को मिलेगा। निवेशक भी आज बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं, क्योंकि जैसा कि अनुमान है बजट मार्केट की उम्मीद के अनुरूप हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो मार्केट में बड़ी उछाल संभव है। हालांकि, आज निवेशकों को काफी ज्यादा सतर्क रहने की भी जरूरत है।
ज्यादा सावधान रहें
जिरोधा के को-फाउंडर एवं सीईओ नितिन कामथ ने बजट वाले दिन ट्रेडिंग के लिए रणनीति साझा की है। उन्होंने कहा है कि आज मार्केट में उतार-चढ़ाव ज्यादा देखने को मिल सकता है, इसलिए सावधानी से ट्रेड करें। उन्होंने आगे कहा कि अगर आप एक एक्टिव ट्रेडर हैं और खुद को ट्रेडिंग से रोक नहीं सकते, तो आपको ट्रेडिंग का साइज कम कर देना चाहिए।
So, the budget day is tomorrow, and yes, there is trading on a Saturday. Markets are bound to be volatile, so trade with caution.
If you are an active trader, I guess you should reduce trading size during event days. That is, if you cannot stop yourself from trading.
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— Nithin Kamath (@Nithin0dha) January 31, 2025
बाजार में आया है उछाल
आज शेयर बाजार में उछाल दिखाई दे रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी हल्की, लेकिन बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को भी मार्केट उछाल के साथ बंद हुआ था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कुछ ऐसी घोषणाएं करती हैं, जिनसे मार्केट को फायदा होगा तो आज शेयर बाजार रिकॉर्ड छलांग भी लगा सकता है।
एक घोषणा और झूम उठेगा मार्केट
बाजार के जानकारों का कहना है कि अगर बजट में कैपिटल गेन टैक्स में कमी की कोई घोषणा होती है, तो मार्केट खुशी से झूम उठेगा। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशक निवेश से पहले टैक्स पर ध्यान देते हैं। यदि भारत लगातार टैक्स में बढ़ोतरी करता रहा, तो निवेशक यहां पैसा लगाने में खास दिलचस्पी नहीं दिखाएंगे। उनका कहना है कि स्टॉक मार्केट पहले से ही दबाव में है। ऐसे में टैक्स में मामूली कमी भी उसके लिए बूस्ट का काम कर सकती है। इसके उलट बढ़ोतरी बाजार की चाल को बुरी तरह प्रभावित करेगी।
फंड फ्लो बढ़ सकता है
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि कैपिटल गेन टैक्स में कमी की सूरत में घरेलू निवेशक ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करने के लिए आकर्षित होंगे, जिससे विदेशी निवेशकों की बिकवाली से खाली हुई जगह को कुछ हद तक भरने में मदद मिलेगी। विदेशी फंड फ्लो भी बढ़ सकता है, क्योंकि FIIs के लिए भारतीय मार्केट अधिक आकर्षक हो जाएगा।