Income Tax Refund: पिछले कुछ समय से इनकम टैक्स फाइल करने वालों की संख्या में इजाफा देखा गया है। टैक्सपेयर अब अपनी जिम्मेदारी से अपना टैक्स सरकार को दे रहे हैं। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है इनकम टैक्स रिफंड के प्रोसेस का काफी आसान होना। CII यानी Confederation of Indian Industry ने एक सर्वे किया है जिसमें 79 फीसदी इंडिविजुअल टैक्सपेयर और 88 फ़ीसदी फॉर्म के साथ कंपनियों ने ये माना है कि अब उन्हें रिफंड या फिर डिडक्शन के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता।
समय से आ जाता है रिफंड का पैसा
इस सर्वे से यह भी पता चला है कि 90 फ़ीसदी टैक्सपेयर ने बताया है कि अब अपने आप ही रिफंड का पैसा वापस आ जाता है। यानी प्रक्रिया काफी ज्यादा सिंपल हो चुकी है। एक आंकड़े की जानकारी आपको और दे देते हैं, वो ये कि 75 फीसदी इंडिविजुअल टैक्सपेयर को अब ज्यादा टैक्स नहीं भरना पड़ता। यानी पहले जितना टैक्स बनता था, उससे ज्यादा TDS काट लिया जाता था, पर अब इस समस्या से भी छुटकारा मिल गया है।
According to a CII survey, 87% of individuals and 89% of firms said that claiming ITR has become convenient as ITR refund gets automatically generated after filing the returns.
This is a huge relief to middle class, small businesses and honest taxpayers. https://t.co/LJJkRHvMiz
---विज्ञापन---— Amit Malviya (@amitmalviya) November 23, 2023
साल दर साल 11.7 फीसदी की हो रही है ग्रोथ
चंद्रजीत बनर्जी, डायरेक्टर जनरल CII, कहते हैं कि, ‘पिछले 5 साल के अंदर रिफंड समय से आ जाता है, यानी अब इसके लिए इंतजार नहीं करना पड़ता। ये इंडिविजुअल और फर्म टैक्सपेयर दोनों के लिए है।’ वहीं CBDT यानी सेंट्रल बोर्ड आफ डायरेक्ट टैक्स की एक रिकॉर्ड की मानें तो 2023 से 24 असेसमेंट ईयर के लिए 76.5 मिलियन रिटर्न फाइल हुई हैं, जिसकी आखिरी तारीख 31 अक्टूबर थी। यानी इयर ओन इयर ग्रोथ 11.7 फीसदी रही है। जो साफ बतलाता है कि 75.01 मिलियन ITR 31 अक्टूबर तक वेरीफाई हुई हैं, वहीं रिटर्न 71.9 मिलियन प्रोसेस की जा चुकी हैं।
CII Survey Report on IT Refunds: These are the highlights on waiting time for refunds, excess TDS and status check👇@FollowCII #incometax #ITR #ITrefunds pic.twitter.com/xk7uhPkVk9
— ET NOW (@ETNOWlive) November 22, 2023
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इकॉनमी को मिलेगा बूस्ट
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इस प्रक्रिया को आसान करने में लगा हुआ है, अभी जहां रिफंड के लिए 17 दिन का समय लग रहा है वहीं 5 साल पहले 90 से 120 दिन के अंदर हो पता था। यानी आंकड़ों से साफ है कि सरकार ने इनकम टैक्स रिफंड के प्रक्रिया को जैसे ही आसान बनाना शुरू किया, वैसे ही रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है, और यह बात आप जानते ही हैं कि अगर किसी देश के टैक्सपेयर पूरी ईमानदारी से अगर अपना टैक्स जमा करें तो इकॉनमी उस देश की बहुत जल्दी ग्रो करती है।