EPFO subscribers News: EPFO की तरफ से एक नई सर्विस चालू की गई है। इसमें अब कहीं से भी और किसी भी समय ईपीएफ खाते की जानकारी आप पा सकते हैं। ईपीएफओ की तरफ से जानकारी पाने के लिए एक ई-पासबुक की पेशकश की गई है। ईपीएफओ सदस्य अपने रिकॉर्ड के लिए ई-पासबुक को डाउनलोड और प्रिंट भी कर सकते हैं।
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री, भूपेंद्र यादव ने कल कुछ समय पहले ई-पासबुक लॉन्च की थी। ई-पासबुक ईपीएफओ सदस्यों के लिए लाभकारी और सुविधाजनक होगी, जिससे वे ग्राफिकल प्रतिनिधित्व में अपने खातों के अधिक विवरण देख सकेंगे।
केंद्रीय बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए सदस्यों के खातों में ईपीएफ संचय पर 8.15% वार्षिक ब्याज दर जमा करने की सिफारिश की थी। सीबीटी ने सुरक्षा उपायों के लिए विकास और अधिशेष निधि दोनों को संतुलित करने वाली राशि की सिफारिश की है। 8.15% की अनुशंसित ब्याज दर अधिशेष की सुरक्षा करती है और साथ ही सदस्यों को बढ़ी हुई आय की गारंटी देती है। दरअसल, ब्याज दर 8.15 फीसदी और सरप्लस 663.91 करोड़ रुपए पिछले साल से ज्यादा है।
लिया गया ये बड़ा फैसला
बोर्ड ने ईपीएफओ के भौतिक बुनियादी ढांचे में वृद्धि के लिए पांच साल की संभावित योजना को मंजूरी दी, जिसमें 2200 करोड़ रुपये की लागत वाली भूमि की खरीद, भवन निर्माण और विशेष मरम्मत शामिल है। बोर्ड ने अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ (आईएसएसए) में सहयोगी सदस्य से सहयोगी सदस्य के रूप में ईपीएफओ की स्थिति के रूपांतरण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी जो कि ईपीएफओ @ 2047 दृष्टि दस्तावेज के अनुरूप था और ईपीएफओ आईएसएसए के अंतरराष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा मंच में एक बड़ी भूमिका निभाने में सक्षम होगा।