सोने की कीमतों में एक बार फिर तेजी का रुख है। बीते कुछ दिनों में 4 हजार से अधिक की गिरावट के बाद गोल्ड प्राइस फिर से उठ खड़े हुए हैं। सोने की इस तेजी ने एक्सपर्ट्स की उन दावों को पूरी तरह गलत साबित कर दिया है, जिसमें सोने के सस्ता होने की बात कही गई थी। ऐसे में अब सवाल ये है कि सोना यहां से कहां जाएगा?
एक लाख के पार कब?
गोल्ड को लेकर तमाम एक्सपर्ट्स अनुमान जता रहे थे कि यह पीली धातु अब नीचे की तरफ गिरेगी। उनका मानना था कि सोना वैश्विक हालातों का अधिकतम लाभ उठा चुका है और अब इसके दाम गिर सकते हैं। कुछ दिन की नरमी ने इन दावों के सही होने का अहसास भी दिलाया, लेकिन अब तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। सोना एक बार फिर तेजी से दौड़ रहा है। इसकी कीमत 95 हजार के आंकड़े को पार कर गई है, जिससे इसके जल्द ही एक लाख का स्तर छूने की उम्मीद बढ़ी है।
अभी क्या है कीमत?
24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने के दाम इस समय 95,670 रुपये चल रहे हैं। गुड रिटर्न्स के अनुसार, शुक्रवार को सोना 95,400 रुपये स्तर पर था। पिछले एक-दो सत्रों में गोल्ड ने बड़ी छलांग लगाई है, जिसने गिरावट के सभी अनुमानों को चकनाचूर कर दिया है। मॉर्निंगस्टार के मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट जॉन मिल्स ने हाल ही में कहा था कि सोना अब गिरावट का सामना कर सकता है, क्योंकि इसकी डिमांड में कमी आएगी। इसी तरह, कुछ दूसरे एक्सपर्ट्स का भी मानना था कि टैरिफ को लेकर स्थिति स्पष्ट होने से अब इसमें नरमी देखने को मिलेगी।
क्यों आ रही है तेजी?
ऐसे में यह सवाल भी लाजमी है कि तमाम अनुमानों के विपरीत सोने की कीमतों में तेजी क्यों आ रही है? दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर भारी-भरकम टैरिफ लगाया है। वहीं दूसरी तरफ चीन भी लगातार अमेरिका को जवाब दे रहा है। इस वजह से दोनों के बीच टेंशन खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। चीन और अमेरिका दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। उनके बीच टकराव का असर दुनिया पर पड़ना लाजमी है। इस तरह की आशंकाएं सोने में निवेश को बढ़ाती हैं और यही हो रहा है। परिणामस्वरूप उसकी कीमत चढ़ रही है।
अब क्या है अनुमान?
मौजूदा सिनेरियो देखकर यही कहा जा सकता है कि गोल्ड के दाम अभी और ऊपर जा सकते हैं। भारत में 14 अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू हो रहा है, इस दौरान सोने की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। इससे भी गोल्ड प्राइस को बूस्ट मिल सकता है। कुछ एक्सपर्ट्स अब मान रहे हैं कि चीन और अमेरिका के बीच बढ़ती टेंशन सोने को और मजबूत कर सकती है। उनका यह भी कहना है कि अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल दो बार ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोना के 1 लाख रुपये का आंकड़ा पार कर सकता है।