Gold Price Prediction 2050 in india: सोना साल 2025 में अब तक 65% बढ़ चुका है और आगे भी इसकी कीमत में अभी और इजाफा होने की उम्मीद की जा रही है. दरअसल, सोना हमेशा से इन्वेस्टमेंट के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद ऑप्शन माना गया है. इसका आकर्षण केवल इसकी कीमत में बढ़ोतरी तक सीमित नहीं है, बल्कि आर्थिक अनिश्चितताओं के समय यह एक भरोसेमंद साथी भी होता है. यही वजह है कि पिछले 25 सालों में, सोने ने सालाना औसतन 14.6% का रिटर्न दिया है, जो किसी भी ट्रेडिशनल सेविंग स्कीम या बैंक डिपॉजिट से कहीं ज्यादा है.
पिछले 25 साल में कितना बढ़ा सोने का दाम
अक्टूबर 2000 में सोने की कीमत 4400 रुपये प्रति 10 ग्राम थी और 25 साल बाद अब सोने का भाव 1.33 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास हो गई है. यानी सीधे-सीधे 14.6% की सालाना ग्रोथ रेट दिखाती है. सोने के तेज भागते भाव को देखते हुए अगर आप ये सोच रहे हैं कि 25 साल बाद जब आपके बच्चों की शादी होगी तो किस भाव पर सोने के गहने मिलेंगे? तो आइये आज आपको बताते हैं कि आज से 25 साल बाद सोने का भाव कितना हो सकता है.
साल 2050 तक कितना हो सकता है सोने का भाव ?
अगर अगले 25 सालों तक सोने की कीमतें इसी रेट (14.6 CAGR) से बढ़ती रहीं, तो सोने की कीमत लगभग 40 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है. अगर आपके पास 1 करोड़ रुपये हैं तो उससे 25 ग्राम सोना ही खरीद पाएंगे.
हालांकि, ये कैलकुलेशन सिर्फ अनुमान है. सोने की कीमतें कई घरेलू और ग्लोबल फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं, जैसे कि इंटरेस्ट रेट, डॉलर की स्थिति, सेंट्रल बैंक की पॉलिसी और ग्लोबल इकॉनमी की हालत. इसलिए, साल 2050 में सोने की कीमत 40 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा या कम हो सकती है.
सोने की कीमतों के बढ़ने की क्या है वजह
पिछले 25 सालों में, जब भी स्टॉक मार्केट या बॉन्ड जैसी एसेट्स की चमक फीकी पड़ी है, तो सोने ने अपनी पकड़ मजबूत की है. महंगाई, आर्थिक अनिश्चितता और करेंसी में उतार-चढ़ाव के समय सोना हमेशा निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद और सुरक्षित ठिकाना रहा है. सेंट्रल बैंकों और बड़े निवेशकों के लगातार खरीदारी ने भी इसकी कीमतों को सपोर्ट दिया है.










