GMIS 2023: मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के तीसरे सीजन की शुरूआत PM मोदी ने की है। इस समिट 2023 की थीम है ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड’. साथ ही PM मोदी ने ‘अमृत काल विजन 2047’ का पूरा प्लान इस समिट में रखा। ये समिट भारत के बंदरगाहों के भविष्य की एक रूपरेखा सामने रखता है। जैसा आप जानते हैं कि मैरीटाइम किसी भी देश की ग्रोथ में अहम योगदान रखता है। इसलिए आपको बताते हैं कि इस मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के 5 बड़ी बातें क्या सामने निकल कर आईं हैं।
9 साल से हो रहा है मैरीटाइम सेक्टर
PM मोदी ने बताया है कि पिछले 9 साल से मैरीटाइम सेक्टर के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं शुरू की गईं हैं। जिससे भारत के साथ-साथ दूसरे देशों का भी विकास हुआ है। यानी हम ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड’ के साथ आगे जा रहे हैं।
नए कॉरिडोर का ऐलान
PM मोदी ने बताया कि इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर के ऊपर G20 में सहमति बन चुकी है। जिससे आने वाले समय में भारत के साथ मिडिल ईस्ट और यूरोप एक ही पैटर्न पर आ जाएंगे। जिससे विश्व में आने वाली चुनौतियों का एक साथ सामना किया जा सकता है।
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25 साल के लिए मैरीटाइम इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो रहा है काम
PM मोदी की तरफ से बताया गया है कि मैरीटाइम इंफ्रास्ट्रक्चर की प्लानिंग 25 साल के लिए बनाई जा रही हैं। जिससे देश की ग्रोथ में बढ़ावा देखने को मिला है। आज विश्व जहां अपनी समस्याओं से घिरा है, पर भारत की ग्रोथ रेट रॉकेट के जैसे ऊपर जा रही है।
23 हजार करोड़ की परियोजनाओं की शुरूआत
आपको बता दें कि 23 हजार करोड़ की परियोजनाओं की शुरूआत इस मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 से की गई है। जिसमें टूना टेकरा ऑल वेदर डीप ड्राफ्ट टर्मिनल का नाम भी शामिल है। ये डीप ड्राफ्ट टर्मिनल गुजरात के बंदरगाह प्राधिकरण बनाएगी।
बजट में दिया गया है अहम हिस्सा
साथ में मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के लिए बजट के अंदर भी अहम हिस्सा दिया गया है। पहले के समय में भारत की तरफ से मैरीटाइम इंफ्रास्ट्रक्चर की प्लानिंग कमजोर दिखाई देती थी, पर पिछले कुछ समय से भारत एक नए प्लान के साथ मैरीटाइम इंफ्रास्ट्रक्चर को आगे लेकर जा रहा है।