Car Insurance Policy Scam Precautions: आज के टाइम में खुद की सुविधा के लिए कार खरीदना आम हो गया है इसलिए लोग कार इंश्योरेंस भी करवाते हैं। कार इंश्योरेंस को लेकर काफी फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं। मार्केट में इतनी नकली चीजें आ गई हैं कि असली-नकली का फर्क ढूंढना मुश्किल हो गया है। अगर आप भी कार इंश्योरेंस करवाने का सोच रहे हैं तो फ्रॉड से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है।
फेक कार इंश्योरेंस पॉलिसी की पहचान
अगर आप कार बीमा लेने की सोच रहे हैं तो नकली बीमा पॉलिसी की पहचान करना सबसे जरूरी है। इसके लिए सलाह दी जाती है कि बीमा कंपनी और एजेंट के बारे में डिटेल्स जानने के बाद ही पॉलिसी करवाएं।
पॉलिसी की शर्तों को अच्छे से जान लें
कार इंश्योरेंस से संबंधित सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ लें और उनकी पॉलिसी में दी गई सभी जानकारी को कंपनी की वेबसाइट पर ऑनलाइन जरूर चेक करें।
कार पॉलिसी नंबर चेक कर लें
जब भी आप कार इंश्योरेंस पॉलिसी करवाएं तो बीमा कंपनी की तरफ से दिए गए कार पॉलिसी नंबर को चेक करना बिलकुल न भूलें।
कंपनी की डिटेल्स हैं जरूरी
आप जिस भी कंपनी से कार इंश्योरेंस लेने जा रहे हैं, उसके बारे में यह चेक कर लें कि उसके नाम से कोई और कंपनी तो नहीं है। आपको इसकी जानकारी ऑनलाइन IRDAI के पोर्टल पर जाकर मिल जाएगी।
UID नंबर चेक कर लें
आपको बता दें कि इंश्योरेंस कंपनी को IRDAI की तरफ से एक यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (UID) मिलता है। यह नंबर बीमा पॉलिसी में भी रहता है। अगर बीमा पॉलिसी में यह नंबर मेंशन नहीं है तो इसका मतलब बीमा पॉलिसी नकली है।
QR कोड देख लें
IRDAI की गाइडलाइन के मुताबिक, हर बीमा पॉलिसी के लिए क्यूआर कोड अनिवार्य होता है। इसे स्कैन करके आसानी से पता लगाया जा सकता है कि इंश्योरेंस पॉलिसी नकली है या असली? इसमें हर डिटेल दी होती है।
ऑनलाइन पेमेंट ही करें
कार इंश्योरेंस की पेमेंट कैश की बजाय ऑनलाइन ही करें। इसके अलावा, अगर आप चेक पेमेंट कर रहे हैं तो यह ध्यान रखें कि वह पेमेंट एजेंट को नहीं बल्कि बीमा पॉलिसी के नाम पर ही होना चाहिए।
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