Business: अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने भारत में बनी एक आई ड्रॉप एजरीकेयर ऑर्टिफिशियल टियर्स को लेकर अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इसके इस्तेमाल से इन्फेक्शन फैल रहा है। अब तक 55 लोग बीमार हो चुके हैं, जबकि एक शख्स की जान गई है। अलर्ट में कहा गया है कि कोई भी आई ड्रॉप को न तो खरीदे और न ही उसका इस्तेमाल करे।
यह दूसरी बार है, जब किसी भारतीय कंपनी की दवा निशाने पर है। पिछले दिनों WHO ने नोएडा की मैरियन बायोटेक फार्मास्युटिकल कंपनी के कफ सीरप को ग्लोबल अलर्ट जारी किया था। दावा था कि सीरप के इस्तेमाल से उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हो गई थी। फिर बीते साल 5 अक्टूबर WHO ने कहा कि हरियाणा की दवा कंपनी के सीरप से अफ्रीका के गैंबिया में 66 बच्चों की मौत हुई है।
Teams from CDSCO & TN State Drug Controller (3 persons each) are on their way to the manufacturing plant located near Chennai. It's a contract manufacturing plant supplying through others to the US market. This specific drug not sold in India: Sources on 'EzriCare' eyedrops
— ANI (@ANI) February 3, 2023
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वॉशिंगटन में एक शख्स की गई जान
अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि एजरीकेयर आई ड्रॉप के इस्तेमाल से न्यू जर्सी, फ्लोरिडा, न्यूयार्क, न्यू मैक्सिको, नेवादा, टेक्सस और वॉशिंगटन में लोग बीमार पड़े हैं। वॉशिंगटन में एक शख्स की मौत हुई है।
इस काम आता है आई ड्रॉप
एजरीकेयर आई ड्रॉप का इस्तेमाल आंखों के सूखापन को दूर करने, जलन और खुजली आदि खत्म करने के लिए किया जाता है। लोग इसे डायरेक्टर मेडिकल स्टोर से भी खरीदकर इस्तेमाल करते हैं। फिलहाल इस दवा की सप्लाई भारत में नहीं है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन डिपार्टमेंट ने कहा है कि इसका संक्रमण खून और फेफड़ों तक फैल रहा है। इसमें सूडोमोनास ऑरुजिनोसा बैक्टीरिया पाया गया है।
कंपनी ने मार्केट सप्लाई रोकी
इस आई ड्रॉप को चेन्नई की ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर बनाती है। कंपनी का कहना है कि मार्केट सप्लाई बंद कर दी है। दवा में कोई बैक्टीरिया है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कंपनी ने एक नोटिस जारी किया है। जिसमें दवा का इस्तेमाल न करने का सुझाव दिया गया है।