Bitcoin News: बिटकॉइन के ‘अच्छे दिनों’ की वापसी होने वाली है। भारी दबाव के बाद यह क्रिप्टो करेंसी रिकवरी करती नजर आ रही है और आने वाले दिनों में इसकी कीमतों में आग भी लग सकती है। दरअसल, अमेरिका से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिससे बिटकॉइन पहले से भी ऊंची उड़ान भर सकती है। बता दें कि बिटकॉइन ने इस साल की शुरुआत में 1 लाख डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया था, लेकिन फिर उसकी कीमतों में लगातार गिरावट आती गई।
अब कितनी है कीमत?
एक बिटकॉइन की कीमत 13 मार्च को 81,833.84 डॉलर थी और आज 15 मार्च जो यह 84,362.83 डॉलर पर चल रहा है। इससे पता चलता है कि यह डिजिटल करेंसी रिकवरी मोड में आ गई है। हालांकि, रिकवरी मोड से बाहर निकलकर इसके जल्द ही रॉकेट की तरह उड़ने की भी संभावना है। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सरकार ऐसा कदम उठाने जा रही है, जिसके बिटकॉइन की कीमतों में आग लग सकती है।
क्या है ट्रंप की योजना?
रिपोर्ट में एक टॉप अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि ट्रंप प्रशासन ज्यादा से ज्यादा बिटकॉइन खरीदने की योजना बना रहा है। यदि ऐसा होता है, तो बिटकॉइन की कीमतों में तगड़ा उछाल आया तय है। रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल एसेट पर राष्ट्रपति कार्य समूह के कार्यकारी निदेशक बो हिनेस ने बिटकॉइन पॉलिसी इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में बताया कि व्हाइट हाउस यथासंभव बिटकॉइन खरीदने की योजना बना रहा है। व्हाइट हाउस इस खरीद के लिए कुछ ऐसे इंतजाम करेगा, जिससे करदाताओं पर कोई अतिरिक्त बोझ न आए।
अब तक क्या हुआ?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यूएस क्रिप्टो स्ट्रैटेजिक रिजर्व में शामिल करने के लिए कुछ नाम फाइनल किए हैं। ट्रंप ने पहले रिपल (XRP), सोलाना (SOL) और कार्डानो (ADA) को रिजर्व में शामिल करने का ऐलान किया। फिर कुछ देर बार बिटकॉइन और एथेरियम को अपनी पसंदीदा क्रिप्टो बताते हुए उन्हें क्रिप्टो रिजर्व का हार्ट करार दिया। इस तरह इन पांच डिजिटल करेंसी का यूएस क्रिप्टो स्ट्रैटेजिक रिजर्व का हिस्सा बनना लगभग तय हो गया है। हालांकि, इसके बावजूद बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट आई, क्योंकि सरकार ने अतिरिक्त बिटकॉइन खरीदने की प्रतिबद्धता नहीं दिखाई। लेकिन अब तस्वीर बदल सकती है।
दाम बढ़ाने पर फोकस
डोनाल्ड ट्रंप की टीम के सदस्य डेविड सैक्स का कहना है कि यूएस ट्रेजरी अमेरिकी ट्रेजरी द्वारा रखे गए बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य को अधिकतम करने के लिए काम करेगा। कुल मिलाकर कहें, तो आने वाले दिनों में क्रिप्टो मार्केट, खासकर बिटकॉइन की कीमतों में उछाल की संभावना काफी बढ़ गई है। अगर ट्रंप प्रशासन भारी मात्र में इसे खरीदता है, तो कीमत का चढ़ना तय है।
ट्रंप का विरोध हुआ शुरू
उधर, यूएस क्रिप्टो स्ट्रैटेजिक रिजर्व का विरोध भी शुरू हो गया है। बिटकॉइन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस कांग्रेस सदस्य गेराल्ड ई. कोनोली ने ट्रेजरी विभाग से आग्रह किया है कि क्रिप्टो रिजर्व योजना को रद्द कर देना चाहिए। ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट को लिखे पत्र में कोनोली ने इस मामले पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया कार्यकारी आदेशों की आलोचना की और कहा कि इनसे मुख्य रूप से ट्रंप और उनके सहयोगियों को लाभ होगा। सांसद ने दावा किया कि इस रिजर्व से अमेरिकी लोगों को कोई प्रत्यक्ष लाभ नहीं होगा, बल्कि इससे राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों को काफी लाभ होगा।
डोनाल्ड ट्रंप के हित जुड़े
कोनोली ने ट्रंप के वित्तीय हितों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल में राष्ट्रपति की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी का उल्लेख किया। यह एक क्रिप्टोकरेंसी फर्म है जो डिजिटल एसेट बैंक के रूप में कार्य करने का लक्ष्य रखती है। कोनोली ने यह दावा भी किया कि ट्रंप मीमकॉइन में इसकी भी भागीदारी है, जिसने कथित तौर पर ट्रेडिंग शुल्क के रूप में 100 मिलियन डॉलर कमाए हैं। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद क्रिप्टो से जुड़ी कई कंपनियों के खिलाफ चल रही जांच बंद कर दी गई हैं।
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