MRF stock: MRF ने मंगलवार को इतिहास रच दिया। MRF एक लाख रुपये प्रति शेयर के निशान को छूने वाला पहला भारतीय स्टॉक बन गया है। BSE पर शेयर ₹98,939.70 के पिछले बंद के मुकाबले ₹99,500 पर खुला और सुबह के कारोबार में ₹1,00,300 के ऑल-टाइम हाई लेवल को छू गया।
पिछले एक साल में इस शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। बेंचमार्क सेंसेक्स में 19 फीसदी की बढ़त के मुकाबले पिछले एक साल में यह 45 फीसदी बढ़ा है। MRF के शेयरों ने 17 जून, 2022 को बीएसई पर अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर ₹65,900.05 को छुआ। पिछले सत्र के बंद होने तक, स्टॉक उस स्तर से 50 प्रतिशत ऊपर है।
शेयर की कीमत में हालिया तेजी का श्रेय कंपनी के मजबूत मार्च तिमाही के आंकड़ों और कच्चे माल की कीमतों में गिरावट की वजह से मुनाफे की बेहतर संभावनाओं को दिया जा सकता है।
एक साल में इतने बढ़े आंकड़े
मार्च 2023 को समाप्त चौथी तिमाही के लिए कंपनी का कर के बाद लाभ (PAT) ₹313.53 करोड़ था, जो कि FY22 की इसी तिमाही में हासिल किए गए ₹168.53 करोड़ के शुद्ध लाभ से 86 प्रतिशत सालाना (YoY) की वृद्धि है। FY23 की चौथी तिमाही में इसका कुल मिलाकर राजस्व ₹5,841.7 करोड़ था, जो कि FY22 की चौथी तिमाही में ₹5,304.8 करोड़ से 10.12 प्रतिशत की वृद्धि है।
Q4FY22 के दौरान ₹5,142.79 करोड़ के मुकाबले Q4FY23 के दौरान इसका नेट खर्च ₹5,410.26 करोड़ रहा। MRF का EPS समीक्षाधीन तिमाही के दौरान 803.26 रुपये तक पहुंच गया, जबकि एक साल पहले की तिमाही के दौरान यह 389.55 रुपये दर्ज किया गया था।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
MRF के फंडामेंटल्स आकर्षक लगते हैं और विश्लेषकों का सुझाव है कि कोई व्यक्ति इस शेयर को लंबी अवधि के लिए तभी खरीद सकता है जब वह इसे वहन कर सके। शेयर का मूल्यांकन समृद्ध है और तेज लाभ के बाद, कुछ मुनाफावसूली से इंकार नहीं किया जा सकता है।
विश्लेषकों ने बताया कि एमआरएफ की बैलेंस शीट मजबूत है और इसका राजस्व प्रवाह सभी क्षेत्रों में विविध है, जिससे अगर किसी विशेष खंड में मंदी का सामना भी करना पड़े, तो उसपर ज्यादा ध्यान नहीं जाता। इसलिए, मजूबत जेब वाला व्यक्ति लंबी अवधि के लिए स्टॉक खरीदने पर विचार कर सकता है। फिलहाल शॉर्ट टर्म के लिए भी शेयर में कुछ दम बाकी दिख रहा है।