Bank Crisis in America: सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) और सिग्नेचर बैंक के पतन के बाद, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक (FRB) भी बिक गया। संयुक्त राज्य अमेरिका में यह तीसरा मौका है जब इतना बड़ा बैंक डूब गया हो। FRB को फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (FDIC) ने अपने कब्जे में ले लिया। इसके द्वारा ही बैंक की बोली पर नियंत्रण कर लिया गया और इसकी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका के सबसे बड़े ऋणदाता को बेच दिया गया।
SVB और सिग्नेचर बैंक के पतन के बाद से अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली काफी उथल-पुथल में रही थी। इस बीच अप्रैल के अंतिम सप्ताह में, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक ने खुलासा किया कि उसने केवल तीन महीनों में लगभग 100 बिलियन डॉलर की जमा राशि गंवा दी है और यही वह समय था जब उसकी मुसीबतें शुरू हुईं।
फर्स्ट रिपब्लिक बैंक से जुड़ी बड़ी बातें
- फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के शेयरों ने 97% से अधिक का गोता लगाया। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) को कई बार शेयरों की ट्रेडिंग बंद करनी पड़ी।
- बैंक की दो बड़ी विफलताओं के बाद, नियामकों ने अन्य बैंकों की पहचान करना शुरू किया जो इस तरह के संकट का सामना कर सकते थे और फर्स्ट रिपब्लिक बैंक उनमें से एक था।
- घाटे की भरपाई के लिए बैंक ने खुद को बेचने की कोशिश की, लेकिन सब बेकार रहा।
- फिर सरकार ने काम अपने हाथ लिया। (FDIC) ने आग्रह किया कि विभिन्न बैंक बोलियां लगाने पर विचार करें और जेपी मॉर्गन चेस जीत गया।
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बिक्री का स्वागत किया है और उम्मीद करते हैं कि इससे देश में ‘एक सुरक्षित बैंकिंग वातावरण’ तैयार होगा।
जेपी मॉर्गन चेस बैंक की शाखाओं के रूप में बैंक की 84 शाखाएं खोली गई हैं। अब स्थिति काफी स्थिर नजर आ रही है क्योंकि डिपॉजिट ऑउटफ्लो स्थिर हो गया है। यह देखना बाकी है कि बैंक अपने पुराने नाम व गौरव को हासिल कर पाएगा या नहीं।