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Assam Underwater Tunnel: ब्रह्मपुत्र के नीचे जल्द ही बनेगी सुरंग, देखें- पूरा प्लान

Assam Underwater Tunnel: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि 6,000 करोड़ रुपये की लागत से नुमालीगढ़ और गोहपुर के बीच असम की पहली पानी के नीचे की सुरंग का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में निविदाएं अगले महीने खुलेंगी। यह ब्रह्मपुत्र नदी के नीचे पूर्वोत्तर भारत की […]

Author Edited By : Nitin Arora Updated: Jun 26, 2023 12:16

Assam Underwater Tunnel: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि 6,000 करोड़ रुपये की लागत से नुमालीगढ़ और गोहपुर के बीच असम की पहली पानी के नीचे की सुरंग का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में निविदाएं अगले महीने खुलेंगी। यह ब्रह्मपुत्र नदी के नीचे पूर्वोत्तर भारत की पहली रेल-सड़क सुरंग होगी।

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पूर्वोत्तर भारत की पहली रेल-सड़क सुरंग

एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ‘मेरा एक सपना है, क्या ब्रह्मपुत्र के नीचे एक सुरंग बनाना संभव होगा जिसमें रेल और मोटर दोनों का संचालन किया जा सके।’

उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में आलाकमान ने उनसे पूछा कि क्या ब्रह्मपुत्र के नीचे सुरंग बनाना संभव है। केंद्र के साथ चर्चा के बाद 6,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गोहपुर और नुमालीगढ़ के बीच एक रेल-सड़क अंडरवाटर सुरंग बनाने का निर्णय लिया गया।

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असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि पहला टेंडर 4 जुलाई, 2023 को खुलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भूमि चयन के लिए डीआईपीआर की तैयारी और अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो इस परियोजना का निर्माण उनके कार्यकाल के दौरान शुरू हो जाएगा।

दिलचस्प बात यह है कि पीएम मोदी पहले ही ब्रह्मपुत्र के उत्तर और दक्षिण को करीब लाने की परियोजना को मंजूरी दे चुके हैं।

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पूरा प्लान क्या है?

पानी के नीचे सुरंग की योजना में तीन समानांतर सुरंगों के निर्माण की बात कही गई है- एक सड़क यातायात के लिए, एक रेल यातायात के लिए और दूसरी आपातकालीन उद्देश्यों के लिए।

TOI की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जमुरीहाट-सिलघाट नेटवर्क के साथ, रणनीतिक मल्टी-मॉडल परिवहन प्रणाली उत्तरी असम, तवांग और शेष अरुणाचल प्रदेश की ओर रेल और राजमार्ग नेटवर्क को एकीकृत करेगी। अनुमान के मुताबिक, असम सरकार इन सुरंगों के लिए लगभग 6,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

दिलचस्प बात यह है कि पानी के नीचे सुरंग परियोजना से असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच यात्रा के समय को कम करके पूरे देश और पूर्वोत्तर को रणनीतिक रूप से लाभ होगा।

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First published on: Jun 24, 2023 06:31 PM

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