अमेरिका और चीन के बीच चल रही टैरिफ वॉर एयर इंडिया के लिए फायदेमंद हो सकती है। इस वॉर के चलते टाटा समूह की एयरलाइन का अपने बेड़े को मजबूत करने का सपना जल्द पूरा हो सकता है। दरअसल, एयर इंडिया बोइंग कंपनी के उन विमानों को खरीदने की योजना बना रही है, जिसे चीन ने लेने से इंकार कर दिया है। इस तरह, एयर इंडिया की विमानों की जरूरत जल्द पूरी हो सकती है और एयरलाइन अपनी विस्तार की योजनाओं को जल्द अमल में ला सकती है।
चीन ने लगाई रोक
अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए टैरिफ के जवाब में चीन ने अपनी एयरलाइन्स को अमेरिकी कंपनी बोइंग से कोई भी नया विमान न खरीदने का निर्देश दिया है। ऐसे में बोइंग द्वारा तैयार कम से कम 10 विमानों की डिलीवरी अटक गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया चाहती है कि इसमें से कुछ विमान उसे मिल जाएं, ताकि वह अपने बेड़े का विस्तार करके आर्थिक लाभ कमा सके। एक विमान तैयार होने में काफी समय लगता है, ऐसे में एयरलाइन्स को ऑर्डर प्लेस करने के बाद डिलीवरी हासिल करने में महीनों लग जाते हैं। यदि एयर इंडिया और बोइंग के बीच बात बन जाती है, तो टाटा समूह की कंपनी की जरूरत जल्द पूरी हो जाएगी।
दोनों को होगा फायदा
अमेरिका के टैरिफ में इजाफे के बाद चीन की सरकार ने बोइंग से नए विमान खरीदने पर रोक लगा दी है। यह अमेरिकी कंपनी बोइंग के लिए बहुत बड़ा झटका है। हालांकि, एयर इंडिया के इन विमानों में दिलचस्पी दिखाने से उसे कुछ राहत मिली है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि यह डील होती है, तो दोनों कंपनियों के लिए फायदे का सौदा होगा। बोइंग को जहां चीन के लिए बनाए गए विमानों पर नुकसान नहीं उठाना होगा। वहीं, एयर इंडिया को अपने बेड़े के लिए जल्द नए विमान मिल जाएंगे।
तुरंत डिलीवरी मुश्किल
हालांकि, डील फाइनल होने के बाद भी विमानों की तुरंत डिलीवरी मुश्किल है, क्योंकि प्रत्येक विमान को उसके मूल खरीदारी की आवश्यकता के अनुसार डिजाइन किया जाता है। ऐसे में एयर इंडिया की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विमानों में फिर से बदलाव करना होगा। बता दें कि भारतीय आकाश पर इस समय इंडिगो का कब्जा है। एयर इंडिया उससे मुकाबले के लिए लगातार अपने बेड़े को मजबूत कर रही है और नए रूट्स पर संभावना तलाश रही है। इसलिए उसे नए विमानों की तत्काल जरूरत है।
इस तरह होगा लाभ
गर्मियों के मौसम में हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है, क्योंकि गर्मियों की छुट्टी में लोग अधिक घूमने-फिरने निकलते हैं। हर एयरलाइन इस मौके को भुनाना चाहती है। अगर एयर इंडिया को जल्द विमान मिल जाते हैं, तो वह ज्यादा फ्लाइट ऑपरेट कर सकती है और ज्यादा मुनाफा कमा सकती है। हालांकि, इस बारे में एयरलाइन की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि उसकी बोइंग से बातचीत चल रही है या नहीं।