Adani Green Energy: भारत की सबसे बड़ी रेन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि उसने अपनी कैपिटल मैनेजमेंट के सफर में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने बताया है कि इस रकम का उपयोग राजस्थान में अपने पहले और देश के सबसे बड़े सोलर विंड हाइब्रिड रेन्यूएबल क्लस्टर को विकसित करने के लिए किया जाएगा। इस निर्माण सुविधा की रिफाइनेंस अवधि 19 साल की डोर टू डोर टेन्योर है, जो बहुत लंबे समय तक कंपनी को वित्तीय स्थिरता प्रदान करेगी।
AGEL ने कैपिटल मैनेजमेंट प्रोग्राम को सफलतापूर्वक पूरा किया
इस सफलता के साथ AGEL ने अंडरलेइंग एसेट पोर्टफोलियो के लिए अपने कैपिटल मैनेजमेंट प्रोग्राम को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, इसमें लॉन्ग टर्म फैसिलिटी हासिल करना शामिल है जो उस पोर्टफोलियो के के कैश फ्लो लाइफ साइकल के साथ पूरी तरह से संरेखित (Aligned) हैं। इस कार्यक्रम का फ्रेमवर्क विविध पूंजी स्रोतों (Diverse Pools of Capital) तक गहन पहुंच के माध्यम से महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है और लॉन्ग टर्म पीरियड यानी दीर्घ अवधि में बड़ी रकम को सुरक्षित करती है। यह दृष्टिकोण न केवल वित्तीय स्थिरता को बढ़ाता है बल्कि एजीईएल की विकास गति को जारी रखने और अपने स्टेकहोल्डर्स के लिए स्थायी मूल्य सृजन प्रदान करने की क्षमता भी सुनिश्चित करता है।
घरेलू रेटिंग एजेंसियों से A+ स्टेबल रेटिंग प्राप्त
अडानी ग्रीन की इस रिफाइनेंस सुविधा को तीन घरेलू रेटिंग एजेंसियों – एकरा (ICRA), इंडिया रेटिंग और केयरएज (CareEdge) रेटिंग्स से AA+ स्टेबल रेटिंग मिली है। यह रेटिंग कंपनी की वित्तीय स्थिरता और उनके प्रोजेक्ट्स की गुणवत्ता को दर्शाती है। इस रिफाइनेंसिंग से कंपनी के कैपिटल स्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी और अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम होंगी। राजस्थान में विकसित होने वाले इस क्लस्टर से देश के रेन्यूएबल एनर्जी सेक्टर को नई ऊंचाइयां मिलने की संभावना है।
अडानी ग्रीन एनर्जी क्या काम करती है?
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की अग्रणी रेन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक है जो स्वच्छ ऊर्जा ट्रांजिशन (Clean Energy Transition) को सक्षम बनाती है। एजीईएल उपयोगिता पैमाने पर ग्रिड से जुड़े सौर, पवन, हाइब्रिड और हाइड्रो पंप स्टोरेज रेन्यूएबल एनर्जी संयंत्रों का विकास, स्वामित्व और संचालन करता है। एजीईएल के पास वर्तमान में 12.2 गीगावाट का ऑपरेटिंग रेन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो है, जो भारत में सबसे बड़ा है और 12 राज्यों में फैला हुआ है। कंपनी ने 2030 तक भारत के डीकार्बोनाइजेशन टारगेट के अनुरूप 50 गीगावाट रेन्यूएबल एनर्जी हासिल करने का लक्ष्य रखा है। एजीईएल किफायती स्वच्छ ऊर्जा को बड़े पैमाने पर अपनाने में सक्षम बनाने के लिए ऊर्जा की स्तरीकृत लागत (LCOE) को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर केंद्रित है।
दुनिया का सबसे बड़ा रेन्यूएबल एनर्जी प्लांट विकसित कर रहा AGEL
एजीईएल ने गुजरात के खावड़ा ( Khavda) में बंजर भूमि पर दुनिया का सबसे बड़ा रेन्यूएबल एनर्जी प्लांट (30 गीगावाट) विकसित कर रहा है, जो 538 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जो पेरिस से 5 गुना बड़ा क्षेत्र है। एजीईएल के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो को 200 मेगावाट से अधिक क्षमता वाले संयंत्रों के लिए जल सकारात्मक, सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त और लैंडफिल में शून्य अपशिष्ट से प्रमाणित किया गया है, जो इस क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
अडानी ग्रीन एनर्जी Q3FY25 रिजल्ट
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने बिजली आपूर्ति से अधिक राजस्व के दम पर दिसंबर तिमाही के लिए कंसोलिडेटेड में 85 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ 474 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की हौ। बीएसई फाइलिंग के अनुसार, कंपनी ने एक साल पहले की समान अवधि में 256 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। बिजली आपूर्ति से राजस्व एक साल पहले की समान अवधि के 1,765 करोड़ रुपये से बढ़कर इस तिमाही में 1,993 करोड़ रुपये हो गया।