गर्मी तेज पड़ने लगी है और दिन के समय घर से बाहर निकलना भी कठिन हो गया है। इस गर्मी के गाड़ी की भी देखभाल करना भी बेहद जरूरी हो जाता है, खास कार के टायर्स पर ध्यान देना जरूरी है। अक्सर हाईवे पर गाड़ी के टायर्स फट जाते हैं है। अगर गाड़ी के टायर्स नए हों तब टायर के फटने के चांस काफी हद तक कम हो जाते हैं, लेकिन अगर टायर्स पुराने है या उनके लाइन्स पड़ने लगी हैं तब मामला थोड़ा गंभीर हो जाता है। यदि टायर्स में हवा सही न हो तो भी टायर्स के फटने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन अगर आप रेगुलर टायर्स में नाइट्रोजन हवा डलवाते हैं तो गाड़ी की परफॉर्मेंस बेहतर बनेगी साथ ही टायर्स की लाइफ भी बढ़ जायेगी और इनके फटने के चांस न के बराबर होते हैं।
हर मौसम में बेहतर है नाइट्रोजन हवा
नाइट्रोजन हवा नॉर्मल हवा की तुलना में ज्यादा ठंडी रहती है। जिसकी वजह से टायर्स हर मौसम में सही रहते हैं। टायर्स की लाइफ बढ़िया रहती है और बेहतर माइलेज भी मिलती है।
ब्लास्ट होने का खतरा कम
जिन गाड़ी के टायर्स में नाइट्रोजन हवा भरी होती है, उनके फटने की संभावना करीब 90-95% तक कम हो जाती है। हाइवे पर टायर्स सेफ रहते हैं क्योंकि टायर्स का तापमान नॉर्मल रहता है। साथ ही आपको सेफ ड्राइविंग का अनुभव भी मिलता है।
रिम रहती है सेफ
जिन टायर्स में नाइट्रोजन हवा भरी रहती है उनकी रिम को भी कोई नुकसान नहीं होता है, क्योंकि जहां नॉर्मल हवा में ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा होती है जिसकी वजह से नमी बढ़ जाती है और रिम को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए नाइट्रोजन हवा का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इससे टायर और रिम दोनों ही सेफ रहेंगे। खास बात ये भी है नाइट्रोजन हवा जल्दी से लीक नहीं होती और लम्बे समय तक टिकी रहती रहती है।
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