Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को ऑटोमोबाइल उद्योग से अगली पीढ़ी के उत्सर्जन मानदंड यानी बीएस7 (Bharat Stage 7) के लिए तैयारी शुरू करने का आग्रह किया। यह सब 2025 से यूरोपीय संघ के देशों में लागू होने वाले आगामी यूरो 7 मानदंडों के अनुरूप चीजों को तैयार करने के मकसद से है।
वाहन मानकों पर शीर्ष तकनीकी समिति (CMVR-TSC) की एक बैठक में बोलते हुए, जिसमें सभी प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया। गडकरी ने कहा, ‘आपको अपने स्तर पर बीएस7 वाहनों के निर्माण के लिए शोध करने की शुरुआत करनी चाहिए। हमारा उद्योग यूरोपीय समकक्षों के बराबर होना चाहिए। पिछली बार सरकार को समय सीमा तय करनी पड़ी थी और उद्योग को पालन करने के लिए जोर देना पड़ा था। उद्योग ने दिया भी। लेकिन आपको ऐसा फैसला लेने के लिए हमारे लिए इंतजार क्यों करना चाहिए?’
बीएस4 से बीएस6 जल्दीबाजी का नतीजा
यूरो 6 मानक के अनुरूप रहने के लिए भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग अप्रैल 2020 में सीधे बीएस4 से बीएस6 उत्सर्जन मानदंडों में कूद गया, जो वास्तव में एक जबरदस्ती थी। इसका नुकसान हुआ क्योंकि इसमें कमी थी। हाल ही में, भारत ने 1 अप्रैल, 2023 से BS6 चरण II मानदंडों को अपनाया, जो नियंत्रित वातावरण के बजाय रीयल-टाइम ड्राइविंग उत्सर्जन पर ध्यान केंद्रित करते हैं। वहीं, अब सभी वाहन वास्तविक समय के उत्सर्जन स्तरों की निगरानी के लिए OBD (ऑन बोर्ड डायग्नोस्टिक) प्रणाली के साथ आएंगे।