आजकल प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की बढ़ती समस्या ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। ऐसे में भारत सरकार ने एक अहम कदम उठाया है जो न सिर्फ पर्यावरण को बचाने में मदद करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक साफ और हरा-भरा भविष्य बनाएगा। इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) का उपयोग बढ़ाने के लिए, देश भर में चार्जिंग स्टेशनों का विस्तार किया जाएगा। यह कदम प्रदूषण कम करने के साथ-साथ देश के हर हिस्से में स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा पहुंचाने में मदद करेगा, जिससे एक नई ऊर्जा क्रांति की शुरुआत होगी।
सरकार का EV चार्जिंग स्टेशन विस्तार योजना
भारत सरकार अब प्रमुख सार्वजनिक जगहों पर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग सुविधाओं का विस्तार करने की योजना बना रही है। इसमें हवाई अड्डे, राजमार्ग और पहली बार बंदरगाह भी शामिल होंगे। इसके लिए सरकार ने ₹2,000 करोड़ का एक विशेष फंड मंजूर किया है। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, सरकार का लक्ष्य 2025-26 तक सार्वजनिक EV चार्जिंग स्टेशनों की संख्या 32,500 से बढ़ाकर 72,300 करना है। इस योजना के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन के साथ-साथ बैटरी बदलने (स्वैपिंग) की सेवाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी।
Govt weighs EV charging expansion across key infra with ₹2,000 crore fund pic.twitter.com/HjPN0vbvRG
— हरीश भारतीय (@harishchawla49) April 1, 2025
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पहचान की गई प्रमुख स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन
मंत्रालय भारी उद्योग (MHI) ने पहले ही 20 राष्ट्रीय राजमार्गों की पहचान कर ली है, जहां ट्रकों का ज्यादा चलना है। लेकिन टेंडर प्रक्रिया को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपा गया है। इस प्रोजेक्ट में सरकार कुल खर्च का 80 प्रतिशत वहन करेगी। इसके अलावा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI), बंदरगाह मंत्रालय और राज्य सरकारों के साथ मिलकर उन जगहों की पहचान की जा रही है जहां इन चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण किया जा सके।
इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते उपयोग के फायदे
सरकार का यह कदम भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण है। इलेक्ट्रिक वाहन पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं और उनका इस्तेमाल बढ़ाने से प्रदूषण कम होगा। इसके अलावा यह योजना देश में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी एक बड़ा कदम है। जैसे-जैसे चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ेगी, लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करने में ज्यादा आसानी होगी और उनका भरोसा भी बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक ड्राइव क्रांति योजना
प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक ड्राइव क्रांति योजना के तहत सरकार ₹10,900 करोड़ का निवेश कर रही है। इस योजना में EV चार्जिंग सुविधाओं के साथ-साथ अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा। यह कदम इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए है जिससे भारत को दुनिया भर में स्वच्छ ऊर्जा और हरित परिवहन की दिशा में एक मजबूत कदम उठाने में मदद मिलेगी।