भारत सरकार ने कारों पर लगने वाले टैक्स स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव किया है. पहले सभी पेट्रोल-डीजल (ICE) कारों पर 28% GST के साथ 1% से 22% तक का मुआवजा उपकर (Compensation Cess) लगता था. छोटी कारों पर कुल टैक्स 29-31% और बड़ी व लग्जरी कारों पर 43-50% तक हो जाता था. लेकिन अब GST 2.0 के तहत उपकर हटा दिया गया है और सिर्फ दो स्लैब रखे गए हैं 18% छोटी कारों पर और 40% बड़ी कारों पर.
ग्राहकों को सीधे फायदा
नए GST स्ट्रक्चर से कंपनियों ने कारों की कीमतों में बड़ी कटौती की है. अब एक्स-शोरूम कीमतें पहले से कम होंगी क्योंकि मुआवजा उपकर हट चुका है. हुंडई और मारुति दोनों ने साफ किया है कि वे इस टैक्स कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएंगे. नई कीमतें 22 सितंबर से यानी नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगी.
Hyundai की बड़ी घोषणा
Hyundai Motor India ने बताया कि उनकी कारें अब पहले से काफी सस्ती होंगी.
- Exter पर कीमत में अधिकतम 89,209 रुपये की कटौती
- Venue पर 1,23,659 रुपये तक की कमी
- Creta पर 72,145 रुपये तक की बचत
- कुल मिलाकर कुछ मॉडलों पर फायदा 2.40 लाख रुपये तक पहुंच जाएगा.
Hyundai के COO तरुण गर्ग ने कहा- मेरे 32 साल के ऑटोमोबाइल करियर में इतना बड़ा टैक्स कट पहली बार देख रहा हूं. पहले कटौती 4-6% तक होती थी, लेकिन इस बार छोटी SUVs पर 11-13% और बड़ी कारों पर 3-10% तक कमी आई है. यह इंडस्ट्री के लिए बूस्टर साबित होगा.
SUV सेगमेंट में सबसे तेज ग्रोथ
Hyundai का मानना है कि सब-4 मीटर SUVs यानी छोटी SUV सेगमेंट (जैसे Exter और Venue) की ग्रोथ सबसे ज़्यादा होगी. कारण है इनमें सस्ती कीमत और प्रीमियम फील दोनों मौजूद हैं. पिछले 2-3 सालों में ग्राहकों की aspiration value भी बढ़ी है, इसलिए एंट्री-लेवल SUV सबसे पॉपुलर होंगी.
Maruti की उम्मीदें
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजूकी को भी इस GST कटौती से बड़ी उम्मीदें हैं. कंपनी का कहना है कि ऑटो इंडस्ट्री की ग्रोथ जो पिछले कुछ समय से धीमी थी, वह अब दोबारा 7% CAGR पर लौट सकती है.
मारुति का अनुमान है कि 2026-27 तक कारों की बिक्री फिर से पुराने ग्लोरी डेज यानी 7% सालाना ग्रोथ तक पहुंचेगी. छोटे कार सेगमेंट, जहां मारुति की पकड़ सबसे मजबूत है, में लगभग 10% की ग्रोथ देखने को मिल सकती है.
कीमतें 3.5% से 8.5% तक कम
मारुति सुजूकी का कहना है कि GST कटौती से उनकी कारों पर कीमत में 3.5% से 8.5% तक की कमी होगी. इससे ग्राहकों का बोझ घटेगा और EMI भी कम होगी. साथ ही, आयकर छूट (12 लाख तक की आय वालों के लिए) और बैंकिंग सेक्टर द्वारा ब्याज दरों में कमी से ग्राहकों की जेब में और राहत मिलेगी.
इंडस्ट्री को नई रफ्तार
मारुति के सीनियर अधिकारी पार्थो बनर्जी ने कहा कि भारत में फिलहाल 1,000 लोगों पर सिर्फ 34 कारें हैं. अगर यह आंकड़ा 44 तक भी पहुंच गया तो मार्केट में जबरदस्त ग्रोथ आएगी. उनका मानना है कि दोपहिया वाहन मालिक अब पहली बार कार खरीदने की ओर बढ़ेंगे.
त्योहारी सीजन का असर
हुंडई और मारुति दोनों को भरोसा है कि यह टैक्स कटौती त्योहारी सीजन में गाड़ियों की बिक्री को नई उड़ान देगी. हुंडई जहां अक्टूबर में नई Venue लॉन्च करेगी, वहीं मारुत भी अपनी पॉपुलर स्मॉल कार और SUV रेंज पर आक्रामक मार्केटिंग करेगी.
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