EV Sales Down: देशभर में इलेक्ट्रिक वाहनों पर ट्रांसफर होने के लिए जोर मारा जा रहा है। इसके लिए सरकार सब्सिडी भी दे रही है, लेकिन सब्सिडी से संबंधित कुछ गड़बड़ियों को लेकर 14 E2W निर्माता यानी इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियां सरकार की जांच के दायरे हैं। इस बीच सब्सिडी पर रोक लगा दी है और ऐसे में सब्सिडी हटा जाने से इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट दर्ज हुई है।
Vahan पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2023 के दौरान 85,000 यूनिट्स+ के सर्वकालिक उच्च बिक्री चिह्न को देखने के बाद, घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन (EV) उद्योग ने अप्रैल 2023 में कुल दोपहिया वाहनों की संख्या में लगभग 23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,468 इकाइयों को बेचा। सरकार द्वारा FAME-II सब्सिडी रोलबैक के बीच इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों (E2Ws) में मासिक गिरावट हो रही है।
‘मार्च 2023 में 86,000 इकाइयों के स्तर तक पहुंचने के बाद, अप्रैल 2023 में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की खुदरा संख्या घटकर 66,000 इकाई हो गई।’ ICRA लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और सेक्टर हेड रोहन कंवर गुप्ता ने यह कहा।
क्या हैं आरोप?
14 E2W निर्माताओं के अलावा, जो कथित तौर पर न्यूनतम स्थानीयकरण मानदंडों के उल्लंघन में FAME-II सब्सिडी का दावा करने के लिए सरकार के दायरे में हैं, उनमें ओला इलेक्ट्रिक, एथर एनर्जी, टीवीएस मोटर, और हीरो मोटोकॉर्प, जैसे अन्य शामिल है। इन पर वाहन से अलग चार्जर और मालिकाना सॉफ्टवेयर जैसे अभिन्न भागों की बिलिंग करके अपने वाहनों की कीमतों को कम रखने के आरोप भी लग रहे हैं। हालांकि, उपरोक्त सभी कंपनियों ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है।
Ola की सेल रही अच्छा
इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण में गिरावट के बावजूद, ओला इलेक्ट्रिक अप्रैल में 21,882 पंजीकरण के साथ बाजार से बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब रही। यह इस वर्ष की सबसे बड़ी संख्या भी है। भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाले ईवी स्टार्ट-अप ने मार्च में 21,389 इकाइयों से वाहन पंजीकरण में सिर्फ 2 प्रतिशत की वृद्धि देखी।