New Electric Buses: प्रदूषण से हाल बेहाल है। वाहनों से निकलने वाले धुएं से पर्यावरण बहुत ही दूषित हुआ है। हाल ही में स्विच मोबिलिटी और ‘चलो’ के बीच एक समझौता हुआ है, ये दोनो संयुक्त रुप से इलेक्ट्रिक बसों का जल्द सड़को पर लाने का प्रयास कर रही है। ‘चलो’ बस ट्रैकिंग और डिजिटल टिकट जैसी योजनाओं पर बेहतर सुविधा देने के लिए काम कर रही है। तो चलिए बात करते है इस पूरी योजना की…
New Electric Buses: सरकारें और कंपनियां बड़ी बसों के साथ साथ हर तरह के इलेक्ट्रिक वाहनों कों जल्द जल्द सड़को पर उतारने के लिए तेजी से काम कर रही है। सरकारों की यह भी पहल हैं कि बढ़ते प्रदूषण को जल्द से जल्द कम किया जा सके। हाल ही में भारत के कई राज्यों से इलेक्ट्रिक वाहनों के शुरु करने की खबरें आती रहती है।
आपको बता दे कि रोज की यात्रा की योजना करने मे ‘चलो’ नाम की यह मोबाइल ऐप काफी मददगार साबित हुई है। अशोक लेलैंड की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी स्विच मोबिलिटी और परिवहन प्रौद्योगिकी कंपनी ‘चलो’ ने मिलकर पूरे देश में 5,000 इलेक्ट्रिक बसों को सड़को पर जल्द उतारने का श्रेय लिया है। और इसके बाबत यह समझौता ज्ञापन (MOU) पर तीन वर्षों के लिए हस्ताक्षर किए हैं।
स्विच मोबिलिटी इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महेश बाबू ने बयान में कहा कि 5,000 इलेक्ट्रिक बसों की ये बेहद खास समझौता निश्चित रूप से आरामदायक, किफायती, चिंता मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन समाधानों के लिए मददगार साबित होगी।
इलेक्ट्रिक बसों के सड़कों पर आने से प्रदूषण पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।