Car Blower in Cold: सर्दियां शुरू हो गई हैं, ऐसे में कार में चलते हुए लोग अब ठंड से बचाव के लिए ब्लोअर का यूज करेंगे। लेकिन कई बार ब्लोअर चलाने पर लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है। लोग सिर दर्द और बैचेनी होने की शिकायत करते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो यह सब हमारी छोटी सी गलती का नतीजा है। अगर हम कार केबीन में ऑक्सीजन के वेंटिलेशन का ख्याल रखें तो इन सब दिक्कतों से बचा जा सकता है।
वेंटिलेशन का रखें ध्यान
जानकारी के अनुसार अक्सर सर्दियों में लोग कार के सभी शीशे बंद रखते हैं। सोचते हैं कि ठंडी हवा अंदर नहीं आएगी तो ठंड से बचाव होगा। लेकिन इस सूरत में कार में हवा का वेंटिलेशन बिगड़ जाता है।
एयर रीसर्कुलेशन बटन बंद रखें
हमेशा कार के शीशे मामूली से खोलकर रखें। शीशे इतने भर ही खोले की कार में केवल वेंटिलेशन बनी रही। अगर शीशे खोलने से ठंड लगती है तो सफर के दौरान बीच-बीच में शीशे खोलकर उन्हें बंद कर सकते हैं। इसके अलावा ठंड में हमें कार का एयर रीसर्कुलेशन बटन बंद रखना चाहिए। इस ऑन रखने से कार में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है। एयर रीसर्कुलेशन बटन गर्मी में कारगर होता है ठंड में इसे ऑन करने पर कार में कार्बन डाइऑक्साइड और मोनोऑक्सइड का लेवल बढ़ने का खतरा रहता है।
शीशों पर भाप जम जाती है
कई बार शीशे पूरी तरह बंद होने की स्थिति में शरीर की गर्मी से शीशों पर भाप जम जाती है। इससे चालक की दृश्यता पर भी असर पड़ता है। गलत तरीके से ब्लोअर का इस्तेमाल कभी-कभी जानलेवा भी साबित हो सकता है। ब्लोअर चलाने पर कार की वेंटिलेशन बनी रहने से सिरदर्द और सांस लेने में परेशानी से बचा जा सकता है। इसके अलावार कार की सर्विस समय से कराएं जिससे ब्लोअर चलाने से इंजन पर दबाव न बनें।