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बस एक बटन दबाने से बढ़ जायेगी कार की माइलेज! ऐसे मिलेगी सेफ्टी

Automatic Climate control: कार में एक ऐसा भी फीचर है जिसके इस्तेमाल से न सिर्फ माइलेज में इजाफा होता है बल्कि सफ़र भी सुहाना बनता है। मानसून के मौसम में यह तो यह फीचर्स काफी फायदेमंद साबित होता है.... हम बात कर रहे हैं ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल के बारे में...

Edited By : Bani Kalra | Updated: Jul 5, 2024 22:10
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Automatic Climate Control (ACC): आजकल कारों में एक से बढ़कर एक फीचर्स आने लगे हैं,जो न सिर्फ ड्राइविंग का अनुभव मजेदार बनाते हैं बल्कि गाड़ी को भी चुस्त बनाये रखते हैं। इस समय मानसून चल रहा है। कभी बारिश तो कभी धूप की वजह से मौसम गर्म तो कभी ठंडा हो जाता है। वहीं कारों में केबिन से बदबू आने लगती है क्योंकि नमी होने लगती है। ऐसे में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल फीचर आपके काम आ सकता है। आइये जानते हैं कार में  ये फीचर कैसे काम करता है…

ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल क्या है और ये कैसे करता है काम ?

कार में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल (Automatic Climate Control) कार के अंदर के तापमान और नमी को आप आप कंट्रोल करता है। आपने जो तापमान को सेट किया है यह उस तापमान कंट्रोल में रखता है। इसके लिए AC, हीटिंग और फैन स्पीड को एक साथ काम करते हैं।

ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल के फायदे

कार के अन्दर आपको जैसा तापमान चाहिए वैसा आप इस फीचर की मदद से सेट कर सकते हैं। आपको बार-बार इसे कंट्रोल  करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। चलती कार में अगर आपने एक बार इसे सेट कर दिया तो इससे न सिर्फ कार की परफॉरमेंस अच्छी रहेगी बल्कि माइलेज में भी इजाफा होगा।

बेहतर माइलेज

जब आप कार में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल ऑन करते हैं  तो  ये फीचर अनावश्यक AC या हीटिंग को रोककर माइलेज को बेहतर करता है। लेकिन ये भी याद रखें यह केवल तभी काम करता है, जब इसकी जरूरत पड़ती है, लेकिन जब भी यह फीचर काम करता है फ्यूल की बचत होती है और माइलेज बढ़ती है।

क्लियर और साफ हवा

ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल फीचर से इस्तेमाल से केबिन हवा की क्वालिटी बेहतर होती है। इतना ही नहीं धूल के साथ माइक्रो कण और एलर्जी को हवा के जरिये  बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे कार में बैठे लोगों को सांस लेने में आसानी होतीहै।

ऐसे मिलती है सेफ्टी

ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल फीचर का इस्तेमाल होता है उसके ड्राइवर का ध्यान भटकता नहीं है,क्योंकि उसे बार-बार कार के तापमान को सेट करने की जरूरत नहीं पड़ती है और ड्राईवर का सारा ध्यान सिर्फ गाड़ी चलाने में रहता है। जबकि जिन कारों में क्लाइमेट कंट्रोल को मैन्युअल करना होता है उसमें बार-बार ध्यान भटकता है और एक्सीडेंट की संभावना बढ़ जाती है।

पीछे बैठने वालों भी मिलती है ये सुविधा

आजकल मिड रेंज प्राइस सेगमेंट की कारों में डुअल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल फीचर मिलता है जिसकी वजह से आगे बैठने वालों के साथ पीछे बैठने वालों लो भी इस फीचर्स का लाभ मिलता है। अगर केबिन में धूप भी आये तो सेंसर इस बात को समझ लेना और केबिन को तंज ठंडा बनाये रखने में मदद करता है।

ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल के नुकसान

ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल स्टैण्डर्ड फीचर के रूप में नहीं आता है। यह एक महंगा फीचर है। इसके अलावा  एसीसी से निकली हवा बहुत ठंडी लग सकती है। काफी लोगों को इस फीचर को इस्तेमाल करने में दिक्कत होती है। इतना ही नहीं इस फीचर में अगर कोई खराबी आ जाये तो इसे रिपेयर करवाने में काफी खर्चा आता है

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First published on: Jul 05, 2024 10:10 PM

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