Solar and Lunar Eclipse in 2024: सूर्य और चंद्र ग्रहण अपने आप में ही बेहद खास होते हैं। विज्ञान के साथ ज्योतिष में भी इनका खासा महत्व होता है। 2024 के दौरान चार ऐसे मौके सामने आने वाले हैं जब सूर्य के साथ चंद्र को ग्रहण लगेगा। हालांकि ये चारों ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे। इसलिए हमारे यहां ग्रहण के दौरान लगने वाला सूतक काल प्रभावी नहीं होगा।
पहले जानते हैं सूर्य ग्रहण के बारे में
साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगने जा रहा है। ये दोपहर बाद 3.42 मिनट पर शुरू होगा। जबकि इसका 4.36 बजे ये खत्म हो जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक 6.17 बजे ग्रहण अपने चरम पर होगा। ये दक्षिणी प्रशांत महासागर से शुरू होकर नार्थ अमेरिका, मैक्सिको, अमेरिका, कनाडा से होकर गुजरेगा।
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगने जा रहा है। वलयाकार ग्रहण साउथ अमेरिका (अर्जेंटीना, चिली) में दिखेगा। जबकि आंशिक ग्रहण साउथ अमेरिका, अंटार्कटिका, नार्थ अमेरिका और प्रशांत महासागर में दिखेगा। ये दोपहर बाद 3.42 बजे शुरू होगा। इसका खात्मा 4.50 बजे होगा। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 6.45 बजे देखने को मिलेगा।
जानिए दोनों चंद्रग्रहणों का ब्योरा
साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को लगने जा रहा है। ये छाया ग्रहण होगा। इसमें चंद्रमा पृथ्वी की बाहरी सतह से होकर गुजरता है। तभी इसे छाया ग्रहण का नाम दिया जाता है। ये यूरोप के साथ आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नार्थ/ईस्ट एशिया, नार्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, अरकाटिक, अंटार्कटिका महासागर में दिकेगा। ये सुबह 4.53 बजे शुरू होगा। इसका सबसे ज्यादा असर 7.12 मिनट पर देखने को मिलेगा।
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2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर को देखने को मिलेगा। ये आंशिक होगा। ये यूरोप, एशिया, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नार्थ/वेस्ट नार्थ अमेरिका, नार्थ/ईस्ट साउथ अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, अरकाटिक, अंटार्कटिका हिंद महासागर में भी दिखेगा। ये दोनों चंद्र ग्रहण भी भारत में देखने को नहीं मिलेंगे। इस वजह से सूतक काल प्रभावी नहीं होगा।