Somvati Amavasya 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, सोमवती अमावस्या तिथि आज यानी 13 नवंबर को दोपहर 3 बजकर 15 मिनट तक है। ऐसे में सोमवती अमावस्या के निमित्त स्नान-दान आज ही किया जाएगा। मान्यता है कि सोमवती अमावस्या पर स्नान-दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा यह अमावस्या पितरों को समर्पित भी मानी गई है। ऐसे में इस दिन खास उपाय करने से पितृ दोष समेत तमाम आर्थिक और शारीरिक कष्टों से छुटकारा मिल सकता है। आइए जानते हैं सोमवती अमावस्या की रात में किए जाने वाले खास 5 उपाय।
सोमवती अमावस्या के उपाय
सोमवती अमावस्या की रात आटे के 7 दीपक बनाएं। इसके बाद इसे शाम ढलने के बाद किसी पीपल वृक्ष के नीचे रख आएं। मान्यता है कि अमावस्या की रात इस उपाय को करने से मनोकामना पूरी होती है।
सोमवती अमावस्या पर रात को चंद्रमा की पूजा का खास महत्व है। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से मानसिक स्थिति और भी मजबूत होती है। साथ ही अगर कुंडली में चंद्र दोष है तो उससे भी राहत मिलती है।
सोमवती अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा को तृप्त करने के लिए, तर्पण किए जाते हैं। मान्यता है कि सोमवती अमावस्या के दिन दोपहर के वक्त पितरों के निमित्त इस कार्य को करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
यह भी पढ़ें:
पौराणिक मान्यता के अनुसार, सोमवती अमावस्या पर जो कोई चंद्र देव की पूजा करता है, वह चंद्रमा की कृपा से भाग्यशाली बनता है और उन्हें जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
सोमवती अमावस्या के दिन शाम के समय पीपल वृक्ष के नीचे एक सरसों के तेल का दीया जलाएं। ध्यान रहे कि दीया ऐसा होना चाहिए जो अगली सुबह तक जलती रहे। मान्यता है कि ऐसा करने से शारीरिक कष्टों से छुटकारा मिलता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।