Shukra Tara Ast Rashifal: वैदिक ज्योतिष के एक सबसे शुभ ग्रह शुक्र जीवन में भौतिक और भावनात्मक सुखों के प्रमुख कारक हैं. इनके प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में सौंदर्य, कला, प्रेम और समृद्धि का विकास होता है. विलासिता, सुंदर वस्त्र, आभूषण, वाहन, घर-गृहस्थी जैसी चीजें शुभ शुक्र से मिलती हैं. आर्थिक उन्नति, व्यवसाय में सफलता और गुडविल भी शुक्र के प्रभाव से बढ़ती है. प्रेम संबंध, वैवाहिक सामंजस्य और आकर्षण शक्ति शुक्र द्वारा नियंत्रित होते हैं.
सुख-वैभव-प्रेम के यही शुभ ग्रह आज 11 दिसंबर, 2025 से अस्त हो चुके हैं. द्रिक पंचांग के अनुसार, शुक्र ग्रह बृहस्पतिवार 11 दिसंबर को 06:35 AM बजे अस्त हुए हैं. ज्योतिषाचार्य हर्षवर्धन शांडिल्य बताते हैं कि शुक्र के अस्त होने की खगोलीय घटना को ज्योतिष में ‘शुक्र तारा अस्त’ होना कहते हैं. अपनी इस अवस्था में शुक्र 53 दिनों तक रहेंगे. प्रेम और वैवाहिक सुख के कारक होने के कारण उनकी इस अवस्था में रोका, सगाई, विवाह, विदाई, गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक रहेगी. यहीं नही बल्कि न केवल ये मांगलिक कार्य बल्कि राशियों पर गहरा नेगेटिव असर होगा. आइए जानते हैं, किन 3 राशियों के लिए शुक्र का अस्त होना काफी भारी और नुकसानदायक हो सकता है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं?
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तुला राशि
शुक्र तुला राशि के ही स्वामी ग्रह हैं, इसलिए उनका अस्त होना तुला जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण समय ला सकता है. मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है और प्रेम संबंधों में दूरी या गलतफहमियां पनप सकती हैं. खर्चे अचानक बढ़ेंगे. किसी प्रिय वस्तु के नष्ट होने का भय रहेगा. वैवाहिक जीवन में छोटी-छोटी बातों पर तनाव उत्पन्न हो सकता है. इसलिए धैर्य और शांत संवाद बेहद जरूरी होगा. शुभ कार्यों में रुकावट आ सकती है, लेकिन समय को संयम और सरलता के साथ संभालने से स्थितियां सुधार जाएंगी.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए शुक्र का अस्त होना साझेदारी और रिश्तों पर सीधा प्रभाव डाल सकता है. दांपत्य जीवन में असहजता महसूस होगी. पार्टनर से तालमेल बिगड़ सकता है. अचानक खर्च बढ़ने और बचत घटने की स्थिति परेशान कर सकती है. मन में बेचैनी और अनिर्णय की स्थिति बन सकती है. इससे कामकाजी प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है. प्रेम जीवन में अस्थिरता रहेगी. इसलिए किसी भी संबंध में कठोर शब्दों से बचना महत्वपूर्ण है. यह समय आत्मनिरीक्षण और संयम के साथ आगे बढ़ने का है.
मकर राशि
मकर जातकों के लिए शुक्र का अस्त होना घरेलू और व्यक्तिगत जीवन में उलझनें पैदा कर सकता है. घर-परिवार में माहौल तनावपूर्ण हो सकता है. किसी करीबी से मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं. प्रेम संबंधों में दूरी और भावनात्मक असंतुलन महसूस हो सकता है. आर्थिक मामलों में सावधानी रखना जरूरी होगा क्योंकि अनावश्यक खर्च परेशानी बढ़ा सकते हैं. कामकाजी जीवन में भी धीमापन आएगा. निर्णय लेने में दुविधा बनी रहेगी. यह समय शांति, धैर्य और विवेक के साथ चलने का है ताकि स्थितियां नियंत्रण में रहें.
शुक्र अस्त प्रभाव से बचाव के उपाय
सफेद वस्तुओं का दान: शुक्रवार को दूध, दही या सफ़ेद वस्त्र का दान करें. इससे शुक्र की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.
शुक्रवार को माता लक्ष्मी की उपासना: शाम को दीपक जलाकर लक्ष्मी मंत्र जपें. इससे घर में शांति और सौभाग्य बढ़ता है.
सुगंध, अत्तर आदि का त्याग: इस दौरान कृत्रिम सुगंधों से दूरी रखें. इससे मन स्थिर रहता है और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं.
अनावश्यक खर्च से बचें: जरूरत के अनुसार ही खर्च करें, ताकि आर्थिक स्थिति सुरक्षित रहती है.
संबंधों में धैर्य रखें: शांत और संयमित व्यवहार करें. इससे गलतफहमियां दूर होती हैं और रिश्ते मजबूत बनते हैं.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।










