डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
Red Kalawa Benefits: कलावा को हिंदू धर्म में शुभता का प्रतीक माना गया है। किसी भी पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान लाल, पीले या गुलाबी रंग का कलावा बांधा जाता है। मान्यता है इस बांधने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही रह रक्षा-कवच का भी काम करता है। ज्योतिष शास्त्र में अलग-अलग रंगों के कलावे का अपना अलग महत्व है। मंगल से संबंधित दोष को शांत करने के लिए लाल कलावा बांधने की सलाह दी जाती है। लेकिन कई बार लोग बिना ज्योतिषी या पंडित की सलाह से लाल रंग का कलावा कलाई पर बांध लेते हैं। लेकिन ज्योतिष के जानकार बताते हैं कुछ राशि के जातकों को लाल कलावा नहीं बांधना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से उन्हें फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
लाल कलावा बांधने के फायदे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कलाई पर लाल रंग का कलावा बांधने से मंगल ग्रह का शुभ प्रभाव प्राप्त होता है। साथ ही बजरंगबली की कृपा हमेशा बनी रहती है। जिससे हर कार्य में सिद्धि प्राप्त होती है। मान्यता यह भी है कि कलाई पर लाल रंग का कलावा बांधने से मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा लाल कलावा धारण करने से बिजनेस में आर्थिल लाभ और रोजगार में उन्नति होती है।
किन राशियों को बांधना चाहिए लाल कलावा?
ज्योतिष शास्त्र के जानकार पं. धनंजय पांडेय के अनुसार मेष, सिंह, और वृश्चिक राशि के जातकों को लाल कलावा बांधना शुभ होता है। ऐसा करने से उन्हें सूर्य और मंगल की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
इन राशियों के लाल धागा अशुभ
ज्योति शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह मकर और कुंभ राशि का स्वामी है। कर्मफलदाता को लाल रंग पसंद नहीं है। इसलिए शनिवार के दिन शनि देव को काले तिल चढ़ाए जाते हैं। ऐसे में इन दोनों राशि के जातकों को लाल कलावा नहीं पहनना चाहिए। वहीं, मीन राशि वालों लाल धागा नहीं पहनना चाहिए।